Motihari : चुनाव को ले आयोग सख्त . सी-विजिल एप पर करें शिकायत, सौ मिनट में होगा एक्शन
आगामी विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग का सी-विजिल एप एक्टिव हो गया है.
– चुनाव के दौरान रिश्वतखोरी, उपहार, शराब वितरण, आचार संहिता की करें शिकायत – निःशुल्क हेल्पलाइन नंबर 1950 पर ले सकते है जानकारी – चुनाव में आने वाली हर शिकायत पर होगी त्वरित कार्रवाई मोतिहारी. आगामी विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग का सी-विजिल एप एक्टिव हो गया है. यह एप मतदाताओं को चुनाव के दौरान रिश्वतखोरी, मुफ्त उपहार, शराब वितरण, अनुमत समय से अधिक देर तक लाउडस्पीकर बजाने जैसी आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने का अधिकार देता है. एक साधारण मोबाइल ऐप का उपयोग करके, नागरिक लाइव फोटो या वीडियो को कैप्चर करता है. उल्लंघन का स्पष्ट प्रमाण मिलते ही चुनाव तंत्र तुरंत हरकत में आ जाता है. प्रत्येक सी-विजिल मामले पर कार्रवाई की जाती है और 100 मिनट की समयावधि में की गयी कार्रवाई के साथ जवाब दिया जाता है. सी-विजिल का इस्तेमाल अब दिल्ली चुनाव में हो रहा है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आचार संहिता लगने के साथ यह एप काम करने लगता है.कोई भी व्यक्ति अपने कैमरे से फोटो ले संबंधित एप पर शिकायत दर्ज करा सकता है.आयोग इसकी सत्यता की परख कर संबंधित पर कार्रवाई सुनिश्चित करता है. यह एप देश के सभी नागरिक को निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने में में मदद का अवसर देता है. एप का सॉफ्टवेयर शिकायतकर्ता की पहचान, सुरक्षा व निजता को बरकरार रखता है. 1950 पर कॉल कर लें जानकारी यदि कोई मतदाता एप से जानकारी प्राप्त करने में असहज महसूस करते हैं, तो उनके लिए निःशुल्क हेल्पलाइन नंबर 1950 है. इसपर डायल कर हिंदी, अंग्रेजी सहित कई भाषाओं में चुनाव प्रक्रिया से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. कैसे काम करता है सी-विजिल एप सी-विजिल एप को भारत निर्वाचन आयोग ने तैयार कराया है. एप फोन में एक कैमरा, इंटरनेट कनेक्शन व जीपीएस होना चाहिए. शिकायतकर्ता को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की घटना का वीडियो बनाने के साथ ही संक्षिप्त विवरण के बाद इसे सी-विजिल एप्लीकेशन में लोड करना होगा. शिकायतकर्ता को उसके मोबाइल पर एक यूनिक आइडी मिलेगा. इसके प्रयोग से वह प्रक्रिया का अपडेट ले सकेगा. एप पर शिकायत आते ही वह संबंधित फील्ड यूनिट को भेज दी जायेगी. कुछ ही मिनटों में उड़नदस्ता उस स्थान तक पहुंच जायेगा और कार्रवाई को अंजाम देगा. फील्ड यूनिट इस कार्यवाही से संबंधित जानकारी रिटर्निंग ऑफिसर को देगा. घटना सही पाए जाने पर कार्यवाही को ले भारत निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय शिकायत पोर्टल पर भेजा जायेगा. शिकायतकर्ता को 100 मिनट के भीतर शिकायत पर की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी जायेगी.पर्यवेक्षक अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले मामलों को देख सकते हैं. क्या कहते हैं अधिकारी सी-विजिल ऑब्जर्वर एप को ले जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी सरफराज नवाज ने बताया कि सी-विजिल ऑब्जर्वर एप भारत निर्वाचन आयोग (इसीआइ) द्वारा अधिकृत पर्यवेक्षकों और अन्य कर्मचारियों को एमसीसी/व्यय उल्लंघन देखने की अनुमति देता है, नियुक्त सामान्य पर्यवेक्षक, व्यय पर्यवेक्षक, पुलिस पर्यवेक्षक ऑब्जर्वर आइडी और पासवर्ड के साथ लॉग-इन कर सकते हैं और नीचे दी गयीं सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं
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