मधुबनी में गैस भरने के दौरान सिलेंडर फटा, कई लोग झुलसे, तीन थाने से पहुंची मिनी फायर ब्रिगेड

मधुबनी में गैस भरने के दौरान सिलेंडर फट जाने की खबर सामने आ रही है. गुब्बारे में गैस भरने के दौरान सिलेंडर फट जाने से आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए है. जबकि गुब्बारे वाले का एक पैर बुरी तरह से झुलस गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2022 5:33 PM

मधुबनी के हरलाखी थाना क्षेत्र के पिपरौन गांव में सामा चकेवा विसर्जन के अवसर पर आयोजित मेला में बड़ा हादसा होने की खबर सामने आ रही है. गुब्बारे में गैस भरने के दौरान गैस का सिलेंडर फट जाने से आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए. जबकि गुब्बारे वाले का एक पैर बुरी तरह से झुलस गया. जिसे नाजुक स्थिति में पटना रेफर कर दिया गया है. घटना मंगलवार रात की बताई जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार खिरहर थाना क्षेत्र के मंगराहटा गांव निवासी राजकुमार साह के करीब 35 वर्षीय पुत्र सुभाष साह पिपरौन गांव में बैलून बेचने गया था.

गैस से बेलून फुलाने के क्रम में सिलेंडर फटा

गैस से बेलून फुलाने के क्रम में सिलेंडर फट गया. जिसके बाद मेला में भगदड़ मच गई. गंभीर रूप से घायल सुभाष को सीएचसी उमगांव से डीएमसीएच फिर वहां से पटना रेफर कर दिया गया. जबकि अन्य घायल की पहचान बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के दुरगौली गांव निवासी 33 वर्षीय शत्रुघ्न साह, पिपरौन गांव निवासी अजय महतो की 10 वर्षीय पुत्र निरंजन कुमार, राजेन्द्र महतो की 12 वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार व विष्णु महतो का 15 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार के रूप में बताया गया है.

धमाका की आवाज काफी दूर तक सुनाई दी

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका की आवाज काफी दूर तक सुनाई दी. गनीमत था कि मेला में पुरस्कार वितरण समारोह समाप्त हो गया था. सामा चकेवा का विसर्जन भी हो गया था. घटना में गंभीर रूप से जख्मी बेलून बेचने वाले सुभाष कुमार का दो छोटे-छोटे बच्चे है. घटना की खबर सुनते ही परिवार में चीख पुकार मच गई. परिजनों ने बताया कि सुभाष बचपन से ही गुब्बारे बेचने का काम करता है. मेला व त्योहार में गुब्बारे बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था.

तीन थाने से पहुंची मिनी फायर ब्रिगेड

घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अनोज कुमार फायर ब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंचे. साथ ही मधवापुर व बेनीपट्टी से भी फायर ब्रिगेड वाहन को बुलाया गया. हालांकि कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ. घटना में सिर्फ आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए थे. थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस जवानों ने मेला में लगे भीड़ को खाली कराया. फिर आनन फानन में सभी जख्मियों को इलाज के लिए सीएचसी उमगांव भेज दिया गया. उसके बाद बीडीओ कृष्ण मुरारी व थाना की पुलिस ने मेला में कैंप लगाकर पूरी रात बिताई.

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