Madhubani News : गोष्ठी में होली पर आधारित कविता का हुआ आयोजन

ज्योतिरमण झा बाबा की अध्यक्षता एवं डाॅ. विनय विश्वबंधु के कुशल संचालन में आयोजित की गई.

By GAJENDRA KUMAR | March 16, 2025 10:31 PM

मधुबनी. साहित्यिक साधना स्थली का मासिक साहित्यिक गोष्ठी जिला केंद्रीय पुस्तकालय तिलक चौक के सभागार में ज्योतिरमण झा बाबा की अध्यक्षता एवं डा. विनय विश्वबंधु के कुशल संचालन में आयोजित की गई. जिसमें रचनाकारों ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी. समीक्षा डाॅ. वीरेंद्र झा ने किया. पावन पर्व होली को समर्पित इस गोष्ठी में अधिकांश रचनायें रंगों के त्योहार होली पर आधारित रही एवं कवि गोष्ठी की शुरुआत गीतकार सुभाष चन्द्र झा सिनेही की रचना फागुनी फुहार से हुई. कवि डा. विनय विश्वबंधु फगुआ व दयानंद झा की होली कविता होली का वातावरण बना खूब तालियां बटोरी. साहित्यकार रेवतीरमण झा परदेश गये नायक के होली में नहीं आने पर नायिका के व्यथा को अपनी कविता के माध्यम से उद्धृत किया. कवि साहित्यकार डाॅ. वीरेंद्र झा ने मोन तरसैत रहि गेल कविता से पारंपरिक होली के ह्रास पर अपनी चिंता व्यक्त किया. सचिव दयाशंकर मिथिलांचली की कविता होली खेलू बलजोरी नहि बौआ आने वाले रोबोटिक दुनिया के प्रभावों की ओर इशारा किया. गोष्ठी में वेदानंद साह की लघुकथा लिव इन, ऋषिदेव सिंह की कविता मिथिला की न्याय पीठ, भोलानंद झा की खुशी, डाॅ. विजय शंकर पासवान की जुआनी और गोपाल झा अभिषेक की कविता संबंध काफी सराही गयी. ज्योति रमण झा बाबा होली कैसे मनाऊं कविता से मंहगाई और धरती के घटते जल स्तर पर चोट किया. अध्यक्षीय उद्बोधन में ज्योति रमण झा बाबा ने रेवतीरमण झा की नव प्रकाशित किताब मैथिली यात्रा डायरी अमेरिका की चर्चा करते हुए इसे एक पठनीय पुस्तक बताया एवं कहा कि साहित्यिक साधना स्थली, मधुबनी के उत्तरोत्तर गतिशील बनाने में अध्यक्ष कवि-साहित्यकार प्रो. शुभ कुमार वर्णवाल का योगदान प्रशंसनीय है. होली के दिन सफल आयोजन होना मधुबनी के कवि- साहित्यकारों का साहित्य के प्रति समर्पण को सिद्ध करता है. संस्था के उपाध्यक्ष कवि गोपाल झा अभिषेक ने धन्यवाद ज्ञापित किया.

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