जिले के तीन स्कूलों के शिक्षकों ने ई-शिक्षाकोष पर नहीं बनाई हाजिरी, डीईओ ने प्रधान शिक्षक से मांगा स्पष्टीकरण
ई शिक्षा कोष पर होने वाली उपस्थिति की समीक्षा के दौरान जिले के तीन स्कूलों के पांच शिक्षकों के द्वारा ई शिक्षा कोष पर हाजरी नहीं बनाने का मामला प्रकाश में आने के बाद डीईओ ने इन तीनों स्कूलों के प्रधान शिक्षकों से जवाब मांगा है.
ठाकुरगंज प्रखंड के दो और दिघलबैंक के एक स्कूल का नाम
किशनगंज.जिले में शिक्षा विभाग की लाख कड़ाई के बाद भी विद्यालय के शिक्षक अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. विद्यालय से भागने का शिक्षक हमेशा नया-नया बहाना खोज रहे हैं. शिक्षकों की इसी मनमानी के मामले में संज्ञान लेते हुए ई शिक्षा कोष से हो रही शिक्षकों की हाजरी के मामले में पहली बार डीईओ गुरुवार को एक्शन में दिखे. गुरुवार को ई शिक्षा कोष पर होने वाली उपस्थिति की समीक्षा के दौरान जिले के तीन स्कूलों के पांच शिक्षकों के द्वारा ई शिक्षा कोष पर हाजरी नहीं बनाने का मामला प्रकाश में आने के बाद डीईओ ने इन तीनों स्कूलों के प्रधान शिक्षकों से जवाब मांगा है. जिले के इन तीन स्कूलों के शिक्षकों के द्वारा ई-शिक्षाकोष पर उपस्थिति दर्ज नहीं करने के संबंध में स्पष्टीकरण पूछे जाने के बाद फरार रहने वाले शिक्षकों में हडकंप व्याप्त है.बताते चले सूची में ठाकुरगंज के दो और दिघलबैंक के एक स्कूल का नाम है. सूची में प्राथमिक विद्यालय बनारसी टोला सिंघीमारी, दिघलबैंक के तीन शिक्षकों में किसी ने नहीं की थी उपस्थिति दर्ज तो, नव प्राथमिक विद्यालय भातगांव के दो में एक शिक्षक तो नव प्राथमिक विद्यालय मीरभिट्ठा उत्तर टोला, ठाकुरगंज में भी यही हाल था पदस्थापित 3 शिक्षकों में से एक ने अपनी हाजरी दर्ज नहीं की थी.
ऑनलाइन हाजिरी से बना रहे हैं दूरी
हालांकि जिले में हालत ऐसे हैं कि शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी ही नहीं बना रहे हैं. ऐसे में जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा केवल 5 शिक्षक-शिक्षिकाओं से स्पष्टीकरण की मांग पर भी लोगों ने आश्चर्य प्रकट किया है. .
सरकार ने सहूलियत दी तो उठाने लगे फायदे
दरअसल, विद्यालय के शिक्षकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों हाजिरी बनानी है. ऐसे में शिक्षक सरकार के इस आदेश का भरपूर दुरुपयोग कर रहे हैं. शिक्षा विभाग ने कुछ दिन पहले लेटर जारी किया था कि नेट से या किसी टेक्निकल प्रॉब्लम से अगर शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी नहीं लगा पाते हैं तो शिक्षक ऑफलाइन भी हाजिरी लगा सकते हैं. जिससे उनकी सैलरी नहीं कटेगी.मोबाइल नेटवर्क का बना रहे बहाना
विभाग के इस लेटर का शिक्षक भरपूर फायदा उठा रहे हैं. सूत्रों की माने तो ऑफलाइन हाजिरी लगाकर शिक्षक विद्यालय छोड़कर गायब हो जा रहे हैं. बोल दिया जाता है कि मोबाइल का नेटवर्क काम नहीं कर रहा है. शिक्षक ऑनलाइन ई-शिक्षा कोष पर हाजिरी नहीं बना रहे हैं.कई शिक्षक फोन को फ्लाइट मोड में डालकर भर रहे हाजिरी
इस बाबत कुछ शिक्षकों ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि मोबाइल को फ्लाइट मोड में रखकर हाजिरी बनाने पर कहीं से भी उपस्थिति दर्ज हो जाती है. स्कूल के पांच सौ मीटर के दायरे में रहने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. बताते चले ऐसे शिक्षकों की संख्या काफी है.अगर विभाग विद्यालय का लोकेशन और दर्ज उपस्थिति का लोकेशन की पड़ताल करें तो और भी बड़ी तस्वीर सामने आएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
