लाखों रुपये गबन मामले में माड़र दक्षिणी पंचायत की मुखिया सहित सात कर्मियों पर प्राथमिकी
एलईडी स्ट्रीट लाइट खरीद में लाखों रुपये किया गया था गोलमाल
– बिना स्वीकृति के सड़क व सामुदायिक भवन के जीर्णोद्धार में गड़बड़ी मामले में तीन सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट के बाद हुई कार्रवाई
– सदर बीडीओ ने मुखिया मुश्तरी बेगम सहित सात लोगों के खिलाफ मोरकाही थाना में दर्ज कराई प्राथमिकीखगड़िया. सदर प्रखंड स्थित माड़र दक्षिण ग्राम पंचायत में सरकारी योजनाओं में बड़े पैमाने पर लूट खसोट की गयी है. लूट खसोट में सहयोग करने वाले कर्मियों समेत सात लोगों के विरुद्ध सदर बीडीओ पूरण साह ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. यह कार्रवाई सरकारी राशि के गबन प्रमाणित होने के बाद की गयी है. बीडीओ ने मोरकाही थाना में आवेदन देकर माड़र दक्षिणी पंचायत के वर्तमान मुखिया मुश्तरी बेगम, तत्कालीन पंचायत सचिव ललन कुमार, तत्कालीन पंचायत सचिव कैलाश पासवान, तत्कालीन तकनीकी सहायक सहित सात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है. मोरकाही थाना कांड संख्या 175/25 दर्ज किया गया.
तीन सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद हुई कार्रवाई
बीडीओ ने थाना में दिये आवेदन में कहा कि जांच कमेटी द्वारा विभिन्न योजनाओं एवं पंचायत सरकार भवन के क्रियान्वयन में अनियमितता पाई गई थी. वर्तमान मुखिया एवं तत्कालीन पंचायत सचिव द्वारा शादाब ट्रेडर्स को आपूर्तिकर्ता के रूप में चयन किया गया था. जो वर्तमान मुखिया के पुत्र हैं. यह नियमानुकूल नहीं है. बीडीओ के आवेदन पर माड़र दक्षिणी पंचायत की वर्तमान वर्तमान मुखिया मुश्तरी बेगम पति मो. मजहर अली, तत्कालीन पंचायत सचिव ललन कुमार पिता स्व शुभूकलाल यादव पता वंद्र नगर बिजली ग्रिड के निकट पोस्ट कोशी कॉलेज, तत्कालीन पंचायत सचिव कैलाश पासवान पिता स्व. अशर्फी पासवान, घर मथुरापुर, तकनीकी सहायक आशीष रंजन पिता वासुदेव साह घर रूपनी थाना चौथम, तत्कालीन तकनीकी सहायक मौसम कुमार पिता नेपाली यादव घर तेमथा थाना परबत्ता, तत्कालीन तकनीकी सहायक मो मुश्ताक आलम पिता मो. कमरुद्वीन अंसारी घर गोगरी वार्ड संख्या 06 थाना गोगरी, तत्कालीन कनीय अभियंता सतेन्द्र कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
एलईडी स्ट्रीट लाइट खरीद में लाखों रुपये किया गया था गोलमाल
माड़र दक्षिणी पंचायत में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में हेराफेरी के सारे पुराने रिकार्ड तोड़ दिये गये थे. जो एलईडी स्ट्रीट लाइट बाजार में 1700 रुपये में मिल रहा था. उसे 75 सौ रुपये में खरीदकर गोल माल कर दिया गया था. बताया जाता है कि स्ट्रीट लाइट पंचायत सरकार भवन निर्माण से लेकर सड़क, नाला सहित पंचायत की अन्य सरकारी योजनाओं में भी भारी पैमाने पर गड़बड़ी की गयी थी. इतना ही नहीं पुराने अभिलेख में लगाये गये कोटेशन को कॉपी कर नई योजना का अभिलेख खोल दिया गया. जांच अधिकारी ने रिपोर्ट में कहा है कि अभिलेख के अवलोकन बाजार सर्वेक्षण के आधार पर माड़र दक्षिणी पंचायत में वास्तविक मूल्य से 17.64 लाख रुपये अधिक का अभिश्रव लगाकर सरकार राशि की निकासी कर गबन कर लिया गया.
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