शहर में शिथिल है साफ- सफाई की व्यवस्था
शहर में शिथिल है साफ- सफाई की व्यवस्था
– अस्थाई डंपिंग स्थल पर पसरा रहता है कचरा – एजेंसी वाले वार्डो में जमा कचरे से लोगों को जीना मुहाल कटिहार नगर निगम अंतर्गत क्षेत्रों में साफ सफाई की व्यवस्था एक बार फिर से शिथिल है. खासकर एजेंसी वाले वाडों में जमा कचरे से लोगों का जीना मुहाल होने लगा है. दिन भर में एकाध बार कभी कभार कचरे के उठाव के बाद ध्यान नहीं दिये जाने की वजह से बाजार हो या बाजार से दूरी पर वार्ड की सड़कों पर कूड़े कचरे का ढेर जमा है. खासकर अस्थायी डम्पिंग स्थल पर पसरे कचरे के ऊपर भिन भिन्नाती मक्खियाें से बीमारी का डर हमेशा बना रहता है. शहीद चौक को जाने वाली सड़क किनारे ही कई जगहों पर कचरों से लोग परेशान हैं. वार्ड पार्षद से लेकर आमजनों का कहना है कि जिन तीस वार्ड की सफाई व्यवस्था एजेंसी के जिम्मे है. उन वार्ड में नियमित साफ सफाई नहीं होने से अब लोगों में आक्रोश पनप रहा है. कई वार्ड के प्रबुद्धजनों का कहना है कि निगम की ओर से तीस वार्ड की साफ सफाई का जिम्मा दिया गया है. जिसे प्रति माह साफ सफाई के नाम पर करीब अस्सी लाख से ऊपर व्यय किया जाता है. कई वार्ड में नियम के विरूद्ध कचरा उठाव किये जाने के कारण कचरे का ढेर जमा रहता है. साफ सफाई के शिथिलता के मामले में मेयर उषा देवी अग्रवाल ने बताया कि एजेंसी की ओर से होने वाली साफ सफाई की व्यवस्था थोड़ी शिथिल हुई है. पूर्व में इस तरह के कार्यशैली को नजर अंदाज नहीं किया जाता था. एकरारनामा के अनुसार एजेंसी को राशि कटौती कर व्यय की जाती थी. लेकिन नये नगर आयुक्त के आने के बाद से इस ओर ध्यान नहीं दिये जाने की वजह से इस तरह की समस्या आ रही है. एकरारनामा के अनुसार शत प्रतिशत कार्य नहीं किये जाने के एवज में राशि कटौती कर देने का प्रावधान है.
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