अपनी ही बनायी शिक्षक नियमावली को लागू करने में सरकार विफल : मदन
प्रोन्नति व समयबद्ध पदोन्नति नहीं मिलने से शिक्षक नाराज
प्रोन्नति व समयबद्ध पदोन्नति नहीं मिलने से शिक्षक नाराज मोहनिया सदर. रविवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरजीएफ भवन में बिहार राज्य शिक्षक संघ के अध्यक्ष मदन कुमार सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों की एक बैठक आयोजित की गयी. बैठक में मदन कुमार सिंह ने कहा कि सरकार अपनी ही बनायी हुई शिक्षक नियमावली का अनुपालन करने में पूरी तरह विफल है. शिक्षक नियमावली 2020 को अब तक लागू नहीं किया जा सका है, जबकि इसमें 8 वर्ष में प्रशिक्षित होने व 12 वर्ष में स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति तथा समयबद्ध प्रोन्नति का प्रावधान किया गया है. इससे स्पष्ट होता है कि सरकार न तो संवैधानिक मूल्यों का सही ढंग से निर्वहन कर पा रही है और न ही अपने बनाये नियमों का पालन कर रही है. इस स्थिति से शिक्षकों में रोष व्याप्त है. उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्था व नगर निकाय संस्था द्वारा नियुक्त नियोजित शिक्षकों के लिये नियमावली 2006 तथा संशोधित नियमावली 2008 के बाद 2012 व 2020 में निहित प्रावधानों के तहत प्रोन्नति अब तक बिहार सरकार द्वारा नहीं दी जा रही है. जबकि इस संबंध में माननीय उच्च न्यायालय पटना द्वारा कई न्यायिक निर्णय दिये जा चुके हैं. न्यायालय ने योगदान तिथि से समय निर्धारित करते हुए नियोजित शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति देने का आदेश दिया है. इसके बावजूद सरकार न्यायालय के आदेश का अनुपालन नहीं कर रही है. मदन कुमार सिंह ने कहा कि प्रोन्नति के साथ ग्रेच्युटी तथा योगदान तिथि से ईपीएफ कटौती जैसे मामलों को लेकर जिला शिक्षा कार्यालय, अपर सचिव शिक्षा विभाग पटना व शिक्षा मंत्री बिहार सरकार को ज्ञापन दिये जाने पर भी शिक्षकों की एक राय होकर सहमति बनी है. इस बैठक में विभिन्न प्रखंडों से आये शिक्षकों ने भाग लिया. बैठक की अध्यक्षता बिहार राज्य शिक्षक संघ के अध्यक्ष मदन कुमार सिंह ने की, जबकि संचालन जय गोविंद सिंह ने किया. मौके पर शिक्षक रमेश सिंह, अनिल सिंह, श्रीकांत तिवारी, जयशंकर सिंह, संजय सिंह, संतोष सिंह सहित कई अन्य शिक्षक उपस्थित रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
