जीतन राम मांझी ने शराबबंदी को लेकर कह दी ऐसी बात, जिसे सुन पियक्कड़ हो जाएंगे खुश, सरकार को दिए ये सलाह..

शराबबंदी को लेकर 'हम' प्रमुख जीतन राम मांझी एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सरकार को सलाह दी है. उन्होंने कहा कि ढाई सौ ग्राम पीने वालों को नहीं पकड़ना चाहिए. 'हम' प्रमुख ने और क्या कहा जानें...

By Prabhat Khabar Print Desk | November 9, 2022 1:50 PM

पटना: बिहार में शराबबंदी कई सालों से है. इसको लेकर बिहार की राजनीति में हमेशा बहस होती रहती है. वहीं, शराबबंदी को लेकर ‘हम’ प्रमुख जीतन राम मांझी ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ढाई सौ ग्राम पीने वालों को नहीं पकड़ना चाहिए.

ढाई सौ ग्राम पीने वालों को नहीं पकड़ना चाहिए- ‘हम’ प्रमुख

दिल्ली में ‘हम’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की गई. इस बैठक में ‘हम’ जीतन राम मांझी सहित पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए. इसमें जीतन राम मांझी ने शराबबंदी को लेकर एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने ये दोहराते हुए एक बार फिर कहा कि बिहार में शराबबंदी की समीक्षा होनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शराब पीने के आरोप में गरीब लोग पकड़े जा रहे हैं और शराब के बड़े तस्कर आराम से बच जा रहे हैं. लिहाजा ढाई सौ ग्राम पीने वालों को नहीं पकड़ना चाहिए.

‘बिहार में शराबबंदी कानून की फिर से समीक्षा होनी चाहिए’

‘हम’ प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि शराब के बड़े तस्कर आराम से बच जा रहे हैं. जेलों में ऐसे 70 फीसदी लोग बंद हैं, जो महज आधा लीटर या ढाई सौ ग्राम शराब पीते पकड़े गए हैं. चाहे बिहार हो या गुजरात शराब पीने के आरोप में गरीब लोग पकड़े जा रहे हैं. यह गरीबों के साथ अन्याय के समान है, ऐसा नहीं होना चाहिए. वहीं, उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून की फिर से समीक्षा होनी चाहिए. पुलिस ब्रेथ एनेलाइजर लगाकार लोगों की जांच करती है. ब्रेथ एनेलाइजर एक मशीन है और मशीन में कभी कभी गलत भी बता देता है, जिसके कारण निर्दोष लोग भी पकड़े जाते हैं.

प्रशांत किशोर भी उठा चुके हैं सवाल

वहीं, बिहार में शराबबंदी को लेकर कई लोग सवाल उठा चुके हैं. हाल ही में राजनीति रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि सरकार ने बिहार जैसे गरीब राज्य में शराबबंदी लागू कर दिया, जिससे बिहार सरकार के रेवन्यू में हर साल 15-20 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है. जिसकी भरपाई करने हेतु उन्होंने डीजल-पेट्रोल के दामों में 9 रुपये बढ़ोतरी करके बढ़ा दिया. इसका सीधा असर बिहार के आम जनमानस पर पड़ रहा है.

Next Article

Exit mobile version