Bihar news: सूट-बूट पहनकर अचानक खेत में धान काटने लगे जहानाबद के DM, जानें क्या है मामला

Jehanabad news: जहानाबाद के डीएम रिची पांडे गुरुवार को घोसी थाना क्षेत्र में पहुंचे. यहां डीएम सूट-बूट पहनकर हाथों में हंसिया लेकर खेत में अपने दलबल के साथ पहुंचे और धान काटकर क्रॉप कटिंग की शुरुआत की. अधिक जानकारी के लिए पढ़े पूरी खबर..

By Prabhat Khabar Print Desk | November 24, 2022 6:40 PM

Jehanabad DM: बिहार के जहानाबाद जिले के डीएम रिची पांडे गुरुवार को घोसी थाना क्षेत्र में पहुंचे. यहां डीएम सूट-बूट पहनकर हाथों में हंसिया लेकर खेत में अपने दलबल के साथ पहुंचे और धान काटकर क्रॉप कटिंग की शुरुआत की. डीएम को हाथ में हंसिया लेकर खुद से धान काटता देखकर लोग हैरान हो गए. इस दौरान जिला अधिकारी के साथ प्रखंड के बीडीओ वीरेंद्र सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

किसानों को दी यह सलाह

इस मौके पर किसानों को सलाह देते हुए डीएम ने कहा कि जिले के किसानों को आज नई तकनीक खेती करने की जरूरत है. विज्ञान आधारित खेती से ही किसानों के घर में खुशहाली वापस लौटेगी. उन्होंने कहा कि अगर किसान नई और वैज्ञानिक मान्यताओं के साथ खेती करेंगे को कम लागत में वे अधिक मुनाफा कमाएंगे. इसके अलावे डीएम ने किसानों से पराली को नहीं जलाने की अपील भी की. क्रॉप कटिंग के बाद एक हेक्टर में 64 क्विंटल धान की उपज बताया गया है. डीएम ने कहा कि सुखाड़ बाद भी जिले में धान की अच्छी फसल हुई है.

पैक्स में धान को बेचे किसान

डीएम ने धान बिक्री को लेकर कहा कि वे किसी भी हालत में बिचौलियों के जरिये धान को बेचने का काम नहीं करें. किसानों की सुविधा के लिए जिले के सभी पंचायतों में धान की खरीदारी शुरू कर दी गयी है. इसलिए किसान पैक्स में ही धान को बेचकर उचित कीमत प्राप्त करें.

योजनाओं के बारे में ली जानकारी

मौके पर डीएम ने उपस्थित कृषि विभाग के अधिकारियों से किसानों के हित में चलाये जा रहे सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी भी ली. उन्होंने अनुदान दर पर किसानों के लिए मुहैया कराये जा रहे बीज आदि के बारे में जानकारी ली. डीएम ने किसानों से ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने की अपील भी की है.

खेतों में पराली नहीं जलाये किसान

जिलाधिकारी ने किसानों से खेतों में पराली नहीं जलाने की अपील भी की. उन्होंने कहा जानकारी के अभाव में किसान खेतों में ही पराली को जला देते हैं. इस वजह से खेतों की उवर्रा शक्ति का क्षय होता है. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी किसान को पराली जलाते हुए पकड़ा गया तो, ऐसे किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.

Next Article

Exit mobile version