लाखों खर्च होने के वर्षों बाद भी नहीं बना आंगनबाड़ी केंद्र

रतनी : प्रखंड की लाखापुर पंचायत अंतर्गत मसंडा आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 100 का भवन वर्षों से अधूरा पड़ा है. इसके निर्माण के लिए 13वीं वित्त राशि चार लाख 75 हजार से निर्माण के लिए वर्ष 2013-14 योजना संख्या तीन के तहत निर्माण के लिए प्राक्कलन तैयार हुआ था. प्राक्कलन के साथ ही निर्माण कार्य शुरू […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 20, 2018 12:58 AM

रतनी : प्रखंड की लाखापुर पंचायत अंतर्गत मसंडा आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 100 का भवन वर्षों से अधूरा पड़ा है. इसके निर्माण के लिए 13वीं वित्त राशि चार लाख 75 हजार से निर्माण के लिए वर्ष 2013-14 योजना संख्या तीन के तहत निर्माण के लिए प्राक्कलन तैयार हुआ था. प्राक्कलन के साथ ही निर्माण कार्य शुरू कराया गया था.

पहली किस्त के रूप में 18 सितंबर 2013 को 7500 रुपये की निकासी की गयी. इसके बाद 23 सितंबर 2013 व तीन जुलाई 2014 को दो चेक के माध्यम से चार लाख रुपये की निकासी की गयी. इसके बावजूद आज तक भवन डोर लेवल तक तैयार कर छोड़ दिया गया. इस संबंध में ग्रामीण सिद्देश्वर प्रसाद ने बीडीओ को आवेदन देकर जांच की गुहार लगायी इसके बाद बीडीओ मुकेश कुमार ने प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी कौशल किशोर से जांच करवायी. जांचोपरांत पाया गया कि पंचायत सचिव सत्यदेव कुमार द्वारा चार लाख सात हजार 500 रुपये की निकासी की गयी है, लेकिन भवन का एमबी करीब तीन लाख छह हजार 923 रुपये का ही बुक है.

पंचायत सचिव द्वारा एमबी से एक लाख रुपये से अधिक की निकासी कर ली गयी है, इसके बावजूद नहीं तो भवन निर्माण कराया गया और न ही राशि ही लौटायी गयी. इसी बीच उक्त कर्मी को स्थानांतरण जहानाबाद प्रखंड में हो जाने के कारण आज तक जहां भवन अधूरा पड़ा है. वहीं राशि भी नहीं लौटायी गयी है. इस संबंध में बीडीओ निर्मल कुमार ने बताया कि एमबी से अधिक निकासी हुई राशि को लौटाने के लिए जहानाबाद के बीडीओ को पत्र प्रेषित किया गया है. पंचायत सचिव को भी राशि लौटाने के लिए पत्र भेजा गया है, लेकिन पत्र अब तक रिसीव नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि 18 प्रतिशत शुद्ध के साथ राशि लौटाने का निर्देश दिया गया है. राशि नहीं लौटाने पर अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.

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