दहेज प्रथा जैसी कुरीति को हटाने के लिए पहल करने की जरूरत : मौलाना आशिफ
जिले के सोनो प्रखंड के मुशाहराटांड़ गांव में कंजूल इमान कॉन्फ्रेंस हुआ.

जमुई. जिले के सोनो प्रखंड के मुशाहराटांड़ गांव में कंजूल इमान कॉन्फ्रेंस हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता सुन्नी उलेमा बोर्ड के सचिव मौलाना जियाउल रसुल गफ्फारी ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में बड़ी खानकाह के गद्दी नशी खानकाह रहमानिया कैरी शरीफ़ के शहजादा मुफ्ती शाहिद मियां मौजूद थे. खतीब मौलाना आशिफ इकबाल ने कहा कि समय कि जरूरत है हम बच्चियों को अच्छी शिक्षाओं से जोड़े. दहेज जैसी प्रथा का खत्म होना हमारे समाज में निहायत जरूरी है. शायरी इस्लाम जनाब दिलकश रजवी ने अपनी मधुर शायरी से पूरे मजमे का दिल जीत लिया. मौलाना महबूब आलम ने कहा कि मदरसों ने देश भक्त पैदा किये हैं, स्वतंत्रता सैनियों को जन्म दिया है. मदरसों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ दिया जाए तो आप ये मदरसे हमारे बहुत काम की हो सकती हैं. मौके परमदरसे के मोहतमिम मौलाना हाफिज ताजीम नॉमिनी ने कहा ये जो भीड़ देख कर जो बड़ी तादाद में भीड़ आई है इसे देख कर में काफी खुश हूं मेरी मेहनत रंग लाई में आने वाले तमाम लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं. कांफ्रेंस कार्यक्रम में मौलाना मेराजउद्दीन, मुफ्ती, इमामउद्दीन, मौलाना कयामउद्दीन मिस्बाही, मौलाना किताबउद्दीन, मौलाना अफजल नईम, अंबर गुलाम सरवर, मौलाना इबरान मिस्बाही, हाफिज सिबगतुल्लाह और बड़ी तादाद में उलेमा और हुफास मौजूद थे.
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