कचरे की दुर्गंध के बीच मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सक

सदर अस्पताल के सफाई कर्मियों का विरोध-प्रदर्शन जारी, सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष समेत अन्य जगहों पर पसरा रहा कचरा

By PANKAJ KUMAR SINGH | July 17, 2025 10:26 PM

जमुई. सदर अस्पताल की सफाई व्यवस्था की कमान जीविका समूह को सौंप जाने से नाराज सदर अस्पताल के सफाई कर्मियों का विरोध-प्रदर्शन दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा. इस दौरान सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष, ओपीडी कक्ष समेत पूरे अस्पताल परिसर में गंदगी का अंबार लगा रहा. विरोध प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मियों ने बताया कि डीएचएस के माध्यम से नयी टेंडर प्रक्रिया के तहत सदर अस्पताल की सफाई का जिम्मा जीविका समूह को सौंप दिया गया है, जो बिल्कुल न्याय संगत नहीं है. सफाई कर्मी सिविल सर्जन डॉ अमित किशोर तथा उपाधीक्षक डॉक्टर सैयद नौशाद अहमद से दोबारा काम पर रखने की मांग के साथ जीविका के टेंडर को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं.

सफाई कर्मी करन कुमार, बच्चू डोम, संजय डोम, धर्मेंद्र डोम, गुलशन कुमार, राजा राम मलिक, पवन कुमार, संतोष डोम, रंजीत मंडल, सीता देवी, नीतू देवी, सुनीता देवी, उषा देवी, सुमा देवी, पूनम देवी, सकुन्ती देवी, पुतुल देवी, बबिता देवी, गुड़िया देवी, बेबी देवी, पूजा देवी आदि ने बताया कि सदर अस्पताल में जितनी भी एजेंसी ने भी कार्य किया है. उक्त सभी एजेंसी के साथ हमलोग सदर अस्पताल में साफ-सफाई का कार्य करते आ रहे हैं, लेकिन जीविका ने सदर अस्पताल की सफाई की जिम्मा लेते ही हमलोगों को निकाल दिया है. सफाई कर्मियों ने बताया कि अब हमलोगों के पास परिवार के भरण-पोषण के लिए दूसरा विकल्प नहीं है. बताते चलें कि सदर अस्पताल में सफाई को लेकर वार्ड प्रबंधन तक की जिम्मेदारी जीविका समूह को सौंप दी गयी है. इससे पहले यह कार्य सफाई निजी सफाई कर्मी कर रहे थे, जिनका टेंडर अब खत्म कर दिया गया है.

गंदगी के बीच हो रहा मरीजों का इलाज

सफाई कर्मियों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष सहित अन्य जगहों पर कचरा फेंक दिया गया. इससे उठती दुर्गंध के बीच इमरजेंसी कक्ष में चिकित्सक मरीजों का इलाज कर रहे हैं. गुरुवार की सुबह इमरजेंसी कक्ष में ड्यूटी पर मौजूद डॉ मृत्युजंय कुमार ने बताया कि इस गंदगी के बीच इलाज करने से मरीजों में इंफेक्शन फैलने का खतरा बढ़ गया है. उन्होंने बताया कि इमरजेंसी कक्ष में अक्सर सड़क हादसे, मारपीट तथा अन्य मरीजों का इलाज किया जाता है और इस कचरे के कारण इंफेक्शन फैलने का खतरा सौ फीसदी बढ़ जाता है. इसके साथ ही ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है. उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी बुधवार को ही वरीय पदाधिकारी को दी गयी है, लेकिन अबतक इसकी साफ-सफाई नहीं करवायी गयी है. इससे मरीजों के साथ हमलोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

कहते हैं अस्पताल प्रबंधक

सदर अस्पताल प्रबंधक रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि जल्द ही मामले को सुलझा लिया जायेगा और सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डों में फैली गंदगी को भी साफ करवाया जायेगा. उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी वरीय पदाधिकारी को है. वरीय पदाधिकारी के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है