वज्रपात की चपेट में आने से एक युवक की मौत, बोगैया बहियार की घटना
प्रखंड क्षेत्र की केशोफरका पंचायत के बोगैया बहियार में रविवार की दोपहर वज्रपात की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गयी.
खेत में कर रहा था काम, बारिश से बचने गया था पेड़ के नीचे, तभी हो गया वज्रपात सोनो. प्रखंड क्षेत्र की केशोफरका पंचायत के बोगैया बहियार में रविवार की दोपहर वज्रपात की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गयी. मृतक की पहचान बोगैया गांव निवासी बोढ़न यादव के पुत्र लक्ष्मण यादव (45 वर्ष) के रूप में की गयी है. घटना को लेकर बताया जा रहा है कि लक्ष्मण यादव रविवार दोपहर अपने खेत में काम करने गये थे. इसी दौरान तेज-गर्जना के साथ बारिश होने लगी. बारिश से बचने के लिए समीप ही एक पेड़ के नीचे चले गये. तभी बारिश के बीच वज्रपात हुआ और लक्ष्मण वज्रपात की चपेट में आ गया और मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही परिवार के सदस्य और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे. परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था. चरकापत्थर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और कार्रवाई में जुट गयी. थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जमुई भेज दिया. लक्ष्मण यादव अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और चार बेटियों को छोड़ गये हैं. उनकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया है, जबकि गांव के लोग भी शोक में है.
प्रभात खबर अपील
-वज्रपात से अनेकों लोगों की असमय जान चली जाती है. खासकर वर्षा के मौसम में, इसलिए इससे बचाव के उपाय जानना बहुत जरूरी है-वज्रपात होने की संभावना हो तो खुले स्थानों में रहने से बचें, जैसे खेत, मैदान, छत, ऊंचे टीले या खुले मैदान में न रहें तुरंत किसी पक्के भवन या सुरक्षित स्थान में जायें. -पेड़ों के नीचे शरण न लें, वज्रपात अक्सर ऊंचे पेड़ों पर होता है. ऐसे में पेड़ों के नीचे खड़ा होना खतरे से खाली नहीं है. – जलस्रोतों से दूर रहें, जैसे नदी, तालाब, पोखर, कुआं आदि के समीप नहीं रहें, पानी विद्युत प्रवाह का अच्छा चालक होता है.
– बिजली के उपकरणों से दूरी बनाए रखें, जैसे मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर, वाशिंग मशीन आदि बंद कर दें और उनसे दूरी बना लें, बिजली के तारों को न छुएं.– धातु से बनी वस्तुओं से दूर रहें, जैसे छाता, साइकिल, ट्रैक्टर, कुदाल, गैंती जैसे धातु के सामान से दूर रहें. ये आकाशीय बिजली को अपनी आकर्षित करते हैंयदि बाहर ही फंसे हों और सुरक्षित स्थान न मिले तो दोनों पैरों को मिलाकर जमीन पर स्क्वाट की मुद्रा में बैठ जाएं. हाथों से कान ढंक लें, जमीन से कम से कम संपर्क रखें.अगर आप वाहन में हैं, तो दरवाजे और खिड़कियां बंद कर लें और धातु के हिस्सों को न छुएं
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