बेलदारी टोले के घरों में घुसा नाले का गंदा पानी

नयी पार्षद से लोगों को उम्मीद, मिल सकती है जलजमाव से निजात गया : बरसात से पहले ही वार्ड 44 स्थित नालंदा स्कूल के पीछेवाली गली (बेलदारी टोला) में नाले का पानी लोगों के घरों तक पहुंच गया है. इसे निकालने के लिए नगर निगम ने कोई पहल नहीं की है. लोगों का कहना है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2017 10:58 AM
नयी पार्षद से लोगों को उम्मीद, मिल सकती है जलजमाव से निजात
गया : बरसात से पहले ही वार्ड 44 स्थित नालंदा स्कूल के पीछेवाली गली (बेलदारी टोला) में नाले का पानी लोगों के घरों तक पहुंच गया है. इसे निकालने के लिए नगर निगम ने कोई पहल नहीं की है. लोगों का कहना है कि यहां पिछले साल जलजमाव के बाद नगर आयुक्त देखने आये थे. उन्होंने आश्वासन दिया था कि बरसात के बाद नाला निर्माण कर समस्या का समाधान कर दिया जायेगा. बरसात के बाद बार-बार मांग करने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया है.
नाला तो नहीं बना, पर पहले से बनी नाली जाम हो गयी है. इसके कारण गंदा पानी सड़क से अब लोगों के घरों तक पहुंच गया है. जगह-जगह जलजमाव इस मुहल्ले की पहचान बन गया है. लोगों ने निकाय चुनाव में नयी पार्षद को चुना है. इस बार लोगों को आशा है कि इस समस्या से निजात दिलाने के लिए नयी पार्षद पहल करेंगी. वहीं, वार्ड 44 में ही नयी बसी कॉलोनी आदर्शनगर में भी बरसात में लोगों के घरों तक पानी पहुंच जाता है.
ऐसे निकलेगा समाधान: जानकार बताते हैं कि खटकाचक से बाइपास किनारे होते हुए एक नाला बना कर पूरे पानी को मनसरवा नाले में गिराना होगा. इसके लिए पिछले बोर्ड में प्रस्ताव भी दिया गया था. इसके बनने के बाद खटकाचक, आदर्शनगर व माड़नपुर नालंदा स्कूल के पीछे बसे घरों का पानी आसानी से निकाला जा सकेगा. साथ ही नालंदा स्कूल के सामने बने नाले की भी मरम्मत करानी होगी.
समाधान नहीं निकला तो लेंगे कड़ा निर्णय
पहली बोर्ड की बैठक में इस समस्या को उठाया गया है. हमने साफ तौर पर कह दिया है कि समाधान नहीं निकलने की स्थिति में नाले का पानी निकालने के लिए इस बार बाइपास में ह्यूम पाइप डाला जायेगा. निगम की पहली बैठक में साफ तौर पर लगा कि विकास कार्यों के लिए बिना उंगली टेढ़ी किये कोई सुननेवाला नहीं है. तत्काल मैं अपने स्तर से अर्थमूवर लगा कर पानी निकालने का प्रयास कर रही हूं. मेरी प्रयास होगी कि जल्द-से-जल्द यहां नाले का निर्माण कराया जाये, ताकि समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके.
संगीता देवी, पार्षद, वार्ड 44