अक्षमता को सक्षमता में परिवर्तित करना ही कार्यक्रम का मूल मंत्र
सीयूएसबी के लीगल ऐड क्लीनिक ने विद्यालय में चलाया जागरूकता कार्यक्रम
सीयूएसबी के लीगल ऐड क्लीनिक ने विद्यालय में चलाया जागरूकता कार्यक्रम
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित
वरीय संवाददाता, गया जी.
सीयूएसबी के स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस (एसएलजी) के अंतर्गत संचालित लीगल एड क्लीनिक की ओर से अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के उपलक्ष्य में फतेहपुर गांव के उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में ”कैंपस फॉर कम्युनिटी” ध्यय के अंतर्गत लीगल एड क्लीनिक तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गया के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गया के आधार वाक्य ”न्याय सबके लिए” को साकार रूप देने के उद्देश्य से आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत विधिक सहायता क्लिनिक के समन्वयक डॉ सुरेंद्र कुमार ने की. इसमें डॉ कुमार ने अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के आयोजन के उद्देश्य व कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा कि दिव्यांगजन के अधिकारों, समान अवसरों तथा उनकी सामाजिक सहभागिता को बढ़ावा देना आवश्यक है. उन्होंने आगे दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के अंतर्गत दिव्यांगजन को प्राप्त विभिन्न अधिकारों पर विस्तार से प्रकाश डाला, जिनमें प्रमुखतः समानता का अधिकार, सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार तथा दिव्यांगता के आधार पर भेदभाव न किये जाने का अधिकार शामिल है. इसके अतिरिक्त छह से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए निःशुल्क शिक्षा का अधिकार, ट्रेन, बस आदि में टिकट में रियायत व पृथक बैठने की व्यवस्था, नौकरियों एवं शिक्षण संस्थानों में आरक्षण तथा सुगम्य भारत अभियान के तहत स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में रैम्प, ब्रेल लिपि आदि सुविधाओं का प्रावधान भी बताया. अंत में उन्होंने कहा कि अक्षमता को सक्षमता में परिवर्तित करना ही इस कार्यक्रम का मूल मंत्र है. प्रो अशोक कुमार, अध्यक्ष, लीगल एड क्लिनिक ने कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि इस प्रकार की जन जागरूकता दिव्यांगजन के अधिकारों को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुंचाने में प्रभावी सिद्ध होती हैं. इस कार्यक्रम में विधिक सहायता क्लिनिक के सह समन्वयक डॉ अनंत प्रकाश नारायण व डॉ चंदना सुब्बा समेत उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक, छात्र-छात्राएं तथा विधिक सहायता क्लिनिक के छात्र समन्वयक रिफत हयात व तनिषा रॉय और सदस्य दिव्यम तिवारी, मो बासित, ऋषि कुमार पांडेय, मो दानिश आलम, आशुतोष, आशीष किशोर, आकांक्षा, नैंसी कुमारी, शिवांश, अनुष्का, श्रेया कुमारी, सौरभ व रिया कुमारी उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
