Ease of Living Index: रहने के लिहाज से शहरों की टॉप-10 की सूची में बिहार का एक भी शहर नहीं, देखें- पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर की रैंकिंग

Ease of Living Index: देश में रहने के लिहाज से बड़े शहरों की टॉप-10 की सूची में बिहार का एक भी शहर शामिल नहीं है. गुरुवार को केंद्र सरकार की ओर से ‘ईज ऑफ लिविंग’ इंडेक्स (Ease of Living Index) में यह जानकारी दी गई है. इस इंडेक्स ( (EoLI 2020) में कुल 111 शहरों की रैंकिंग जारी की गई है. इसमें 10 लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों में बंगलुरु टॉप पर है जबकि बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) को 33वें स्थान पर रखा गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 4, 2021 4:50 PM

Ease of Living Index: देश में रहने के लिहाज से बड़े शहरों की टॉप-10 की सूची में बिहार का एक भी शहर शामिल नहीं है. गुरुवार को केंद्र सरकार की ओर से ‘ईज ऑफ लिविंग’ इंडेक्स (Ease of Living Index) में यह जानकारी दी गई है. इस इंडेक्स (EoLI 2020) में कुल 111 शहरों की रैंकिंग जारी की गई है. इसमें 10 लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों में बंगलुरु टॉप पर है जबकि बिहार की राजधानी पटना को 33वें स्थान पर रखा गया है.

शहरी विकास मंत्रालय की ओर से तैयार ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 में 10 लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी की बात करें, तो इसमें भी बिहार का एक भी शहर शामिल नहीं है. 10 लाख से कम आबादी वाले शहर में शिमला टॉप पर है तो बिहार का मुजफ्फरपुर (62वां) आखिरी नंबर पर आता है. हालांकि 30वें स्थान पर सिल्क सिटी भागलपुर को जगह मिली है. केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने यह रिपोर्ट जारी की.


Ease of Living Index: कैसे तैयार होती है सूची

ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स (EoLI) पहली बार 2018 में जारी हुआ था. यह सूची सरकार, पहचान और संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, किफायती आवास, भूमि योजना, पार्क, परिवहन, जल आपूर्ति, कचरा प्रबंधन और पर्यावरण की गुणवत्ता जैसे 15 मानकों के आधार पर तैयार की जाती है. 2018 में पटना को 109वें पायदान पर रखा गया था.

ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स में शहरों की सूची देखने के लिए क्लिक करें

https://eol.smartcities.gov.in/dashboard

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Posted By: Utpal Kant

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