धोबी घाट का निर्माण नहीं होना बड़ी समस्या

दरभंगा. जिला रजक संघ की दरभंगा शाखा ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को समाहरणालय पर धरना दिया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत दिये गये धरना में वक्ताओं ने कहा कि शहरी क्षेत्र के एक भी वार्ड में किसी भी दलित या महादलित को 3 डिसमिल भूमि नहीं दी गयी है. जिले के अतिक्रमित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2015 10:02 PM

दरभंगा. जिला रजक संघ की दरभंगा शाखा ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को समाहरणालय पर धरना दिया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत दिये गये धरना में वक्ताओं ने कहा कि शहरी क्षेत्र के एक भी वार्ड में किसी भी दलित या महादलित को 3 डिसमिल भूमि नहीं दी गयी है. जिले के अतिक्रमित तालाबों को खाली नहीं कराया जा सका है, बल्कि सौंदर्यीकरण के नाम पर तालाबों के घाट बने हें. लेकिन एक भी जगह धोबी घाट नहीं बनाया गया है. यह इस समाज की बड़ी समस्या है. गायनिक वार्ड के सटे मिर्जा खां तालाब के उत्तरी छोर पर धोबी घाट सह गहबर की जमीन पर 25 वर्षों से मुकदमा चल रहा है. इसका जल्द निबटारा कराया जाये. वक्ताओं ने रजक जाति का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर लनामिवि के समस्तीपुर कॉलेज में प्राध्यापक पद पर कार्यरत प्रो जगदीश प्रसाद वैश्यत्री पर विधिसम्मत कार्यवाही करने की मांग की. बैठक को ज्वाला चंद्र चौधरी, संघ अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी, लाल बैठा, सत्यनारायण चौधरी, कैलाश रजक, मुन्नी देवी, ललित देवी, प्रमोद चौधरी, आदि ने संबोधित किया. इस मौके पर अखिल भारतीय धोबी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सह सदस्य बिहार बीज निगम रामेश्वर रजक ने अपनी मांगों का स्मार डीएम को सौंपा.