Buxar News: सरस्वती पूजा में हुए विवाद में कुदाल से काटकर अलग कर दिया था सिर

भोजपुर जिला अंतर्गत धनगाईं थाना क्षेत्र के कुनई निवासी उमेश बिंद उर्फ उमेश चौधरी हत्याकांड का खुलासा हो गया है

By RAVIRANJAN KUMAR SINGH | March 17, 2025 9:55 PM

बक्सर

. भोजपुर जिला अंतर्गत धनगाईं थाना क्षेत्र के कुनई निवासी उमेश बिंद उर्फ उमेश चौधरी हत्याकांड का खुलासा हो गया है. वर्चस्व को लेकर कुछ दिन पहले हुए विवाद में कुदाल से सिर काटकर उनकी हत्या कर दी गयी थी. हत्या के बाद शव की पहचान छुपाने की नीयत से हत्यारे धड़ को घटनास्थल से कुछ दूर स्थित खेत में छोड़ दिए थे और सिर व कपड़े को पास के एक नदी में ठिकाने लगा दिए थे. सिरकटी लाश की बरामदगी 12 मार्च को जिले के बगेन गोला थाना क्षेत्र अंतर्गत सुकर टोला स्थित बधार से हुई थी. जिससे सनसनी फैल गयी थी. पुलिस के प्रयास के बाद शव की पहचान उमेश बिंद के रूप में हुई थी. मृतक के हाथ में बंधे कलावा व शारीरिक डील-डौल से परिजनों ने उसी दिन पहचान की मुहर लगायी थी. जिसके बाद मृतक की पत्नी के बयान पर 13 मार्च को एफआइआर कर मामले की जांच शुरू की गयी थी. समाहरणालय परिसर स्थित अपने कार्यालय कक्ष में सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस कप्तान शुभम आर्य ने उक्त हत्याकांड का राज खोला. उन्होंने बताया कि इस मामले में महेश यादव को गिरफ्तार किया गया है. महेश यादव बगेन गोला थाना क्षेत्र के सुकर टोला निवासी राज किशोर यादव उर्फ चोखा का पुत्र है. इसके अलावा इस मामले में संलिपत उसी गांव के अन्य चार आरोपियों की भी शिनाख्त कर ली गयी और उनकी गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों को चिह्नित कर छापेमारी की जा रही है. मारपीट के बाद कुदाल से काटे थे सिर : एसपी ने बताया कि उमेश बिंद उर्फ उमेश चौधरी भदवर स्थित भवानी ईंट-भट्ठा पर मजदूरी करता था. आरोपितों व उमेश चौधरी के बीच सरस्वती पूजा के दौरान विवाद हो गया था. उसी समय से हत्यारोपी उमेश को ठिकाने लगाने के फिराक में लगे थे. मौका देखकर आरोपित उसे घेर लिए और पहले बेरहमी से उसकी पिटाई कर अधमरा कर दिए. इसके बाद कुदाल से उसकी गर्दन उतार दिए. हत्याकांड को गंभीरता से लेते हुए एसपी द्वारा डुमरांव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अफाक अख्तर की अगुवाई में एक स्पेशल टीम का गठन कर त्वरित उद्भेदन का निर्देश दिया गया. इसके बाद टीम द्वारा वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर महेश यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने खुद की संलिप्तता कबूल करते हुए हत्या का राज व उसमें शामिल लोगों के नाम को पर्दाफाश कर दिया. इस कांड में महेश यादव के अलावा सुकर टोला के रहने वाले अरुण यादव, विजय यादव, गोरख यादव व रामजीत यादव शामिल थे. टीम में ब्रह्मपुर अंचल निरीक्षक ओमप्रकाश कुमार, डीआईयू प्रभारी शंभू भगत, पुअनि विश्वकर्मा यादव समेत अन्य पदाधिकारी व जवान शामिल थे.

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