शहर में नहीं है पार्किंग की व्यवस्था, किसी प्रत्याशी ने भी नहीं बनाया चुनावी मुुद्दा
शहर की आबादी समेत वाहनों की संख्या दिनोंदिन बढ़ते जा रहा है. मगर शहर में कहीं पर भी वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं है.
बक्सर. शहर की आबादी समेत वाहनों की संख्या दिनोंदिन बढ़ते जा रहा है. मगर शहर में कहीं पर भी वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. लिहाजा शहर के सड़कों के किनारे बेतरतीब ढंग से वाहने खड़ी रहती हैं. जिस कारण लोगों को काफी परेशानी होती है. शहर बैंक, मॉल, व्यवसायिक भवनों समेंत रेस्टोरेंट के पास भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. इन जगहों पर वाहनों की पार्किंग लोगों को अपने भरोसे करना होता है. ऐसे में असुरक्षित वाहनों की पार्किंग से चोरी होने का भय भी बना रहता है. इन स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने का मुद्दा भी चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों के लिए कोई मायने नहीं रखता है. यही वजह है कि यह विभिन्न पार्टियों के चुनावी मुद्दा नहीं बन पाया है. जबकि इस समस्या से आम से लेकर खास वर्ग के लोग परेशान हैं. शहर के पी रोड जमुना चौक के पास और नमक गोला रोड में पार्किंग की समस्या दिन-प्रतिदिन गंभीर होते जा रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि बैंकों के पास पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण ग्राहकों को अपनी गाड़ियां सड़क पर ही खड़ी करनी पड़ती हैं, जिससे जाम की स्थिति बन जाती है. शहर के पी रोड स्थित आइसीआइसीआइ बैंक, एचडीएफसी बैंक, आइडीबीआइ बैंक, मेन रोड जमुना चौक रोड के बाहर रोजाना ग्राहकों को बाइक और गाड़ियां सड़क पर लगानी पड़ती हैं, जिससे आवागमन में बाधा और ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न होती है. इसी तरह जमुना चौक के पास और नमक गोला रोड पर भी सड़क के दोनों किनारों पर बाइक खड़ी रहने से राहगीरों और वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. क्या कहते हैं लोग शहर में कहीं पर भी उचित पार्किंग की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण लोगों को रोजाना भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति गाड़ी लेकर शहर में प्रवेश करता है, तो उसे गाड़ी खड़ी करने के लिए जगह ढूंढने में काफी दिक्कत और असुविधा होती है. 30 अक्टूबर- फोटो- 22- ओंकार नाथ तिवारी शहर के पी रोड क्षेत्र में किसी भी बैंक के पास पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. फिर भी यह राजनीतिक पार्टियों के लिए कोई मायने नहीं रखता है. बैंक आने-जाने वाले ग्राहकों को गाड़ी खड़ी करने में भारी दिक्कत होती है, जिसके चलते अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है. 30 अक्टूबर- फोटो- 23- चंदन पांडे शहर में कहीं भी उचित पार्किंग की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों को सोचने की जरूरत हैं. बाजार या दफ्तर जाने पर गाड़ी खड़ी करने की जगह नहीं मिलने से अक्सर लोगों को समय और ईंधन दोनों की बर्बादी झेलनी पड़ती है. 30 अक्टूबर- फोटो- 24- सुमित कुमार शहर में कहीं भी पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है. कोई भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. हालात यह हैं कि जहां जगह मिलती है, लोग सड़क पर ही वाहन खड़ा करने को मजबूर हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. 30 अक्टूबर- फोटो- 25- धीरज कुमार मुहल्ले में गाड़ी ले जाने तक का रास्ता नहीं बचा है. सड़कें इतनी संकरी और अव्यवस्थित हैं कि वाहन चलाना मुश्किल हो गया है. मगर यह राजनीतिक पार्टियों के लोगों को दिखायी नहीं देता है. 30 अक्टूबर- फोटो- 26- प्रकाश कुमार पांडे
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