Buxar News: इंस्पायर अवार्ड मानक पोर्टल पर अपलोड करने में जिले के विज्ञान शिक्षक सुस्त
भारत सरकार विज्ञान संकाय में बच्चों की रूचि बढ़ाने एवं विकास कार्यक्रम को गति देने के लिए इंस्पायर अवार्ड कार्यक्रम की शुरूआत किया है.
बक्सर
. भारत सरकार विज्ञान संकाय में बच्चों की रूचि बढ़ाने एवं विकास कार्यक्रम को गति देने के लिए इंस्पायर अवार्ड कार्यक्रम की शुरूआत किया है. जिससे विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके. इंस्पायर अवार्ड को लेकर नवाचार आईडिया ऑनलाइन करने को लेकर पूर्व से ही प्रक्रिया चल रहा है. जिसमें जिले के विद्यालयों के विज्ञान शिक्षकों के साथ ही संबंधित शिक्षक दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है. जिसके कारण नवाचार आइडिया अपलोड करने में जिला काफी फिसड्डी साबित हो रहा है. जिसके कारण जिले की सक्रियता कम हो दिख रही है. जिला प्रशासन बक्सर और शिक्षा विभाग बक्सर के संयुक्त प्रयास से विद्यार्थी नवाचार पर कार्यक्रम चल रहा हैं. ज़िला शिक्षा पदाधिकारी के देख रेख में विज्ञान के विकास पर कार्य हो रहा हैं. ज़िला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा ने विगत माह लिखित आदेश जारी किए हैं. अभी राज्य से प्राप्त सूची के अनुसार 768 इनोवेटिव आइडिया पोर्टल पर ज़िला के तरफ़ से अपलोड किया गया हैं. विगत वर्ष 69 नन्हें वैज्ञानिक को बैंक के माध्यम से ₹10000 रूपये की प्रोत्साहन राशि प्राप्त हो चुकी हैं. विगत साल में राष्ट्रीय फलक पर भी ज़िला ने उपस्थिति सुनिश्चित की. पिछले सत्र में ज़िला टॉप आठ में बेहतरीन स्थान बनाया था. इस बार नवाचार आइडिया अपलोड के मामले में टॉप 20 में ज़िला चल रहा हैं. भारत सरकार ने विज्ञान शिक्षक को ज़िला डायट में इन्नोवेटिव चैंपियन के तहत प्रशिक्षण भी दिया हैं, इन शिक्षकों को पुणे में वैज्ञानिकों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया हैं. इन्हें विद्यालय और प्रखंड में प्रोत्साहन शिक्षक को देना हैं. किंतु ये सभी सुस्त गति से आगे बढ़ रहे हैं, मात्र 30 प्रतिशत टार्गेट ज़िला बक्सर ने प्राप्त किया हैं. वहीं इसको लेकर 15 सितंबर तक ही नवाचार आइडिया अपलोड करने का अंतिम तिथि निर्धारित किया है. ज़िला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा चंदन कुमार द्विवेदी जूम मीटिंग और ऑफलाइन मीटिंग लगातार कर रहे हैं. जिससे जिले के निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप नवाचार आइडिया अपलोड किया जा सके. अधिकारियों के सख्त निर्देश पर विद्यालयों में फिलहाल आइडिया अपलोड करने मेंं वृद्धि हुई है. इसमें गति की जरूरत पर बल दिया है. प्रधानाध्यापक डॉ मनीष कुमार शशि ने विद्यार्थी विकास पर काम करने की अपील की. संभाग प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि 15 सितंबर 2025 के पहले विद्यालय इनोवेटिव आइडिया पोर्टल पर अपलोड करे अन्यथा की स्थिति में विभाग करवाई करने को विवश होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
