Buxar News: कल मनेगा सतुआ संक्रांति का त्योहार
सतुआन का पर्व 14 अप्रैल, यानि सोमवार को मनाया जायेगा. यह त्योहार भगवान सूर्य के राशि परिवर्तन करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है.
बक्सर
. सतुआन का पर्व 14 अप्रैल, यानि सोमवार को मनाया जायेगा. यह त्योहार भगवान सूर्य के राशि परिवर्तन करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. इस दिन भगवान सूर्य मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करते हैं.इस अवसर पर गंगा में डुबकी लगाकर भगवान सूर्य की आराधना करने तथा सत्तू व आम आदि सामग्रियों के दान का विधान है सो, इसे सतुआ संक्रांति अथवा दिन मेष संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है. भगवान भास्कर का मेष राशि में संक्रमण के साथ ही एक माह से जारी खरमास का समापन भी हो जायेगा. इसी के साथ शादी-विवाह समेत अन्य सभी तरह के मांगलिक कार्य शुरू हो जायेंगे. जाहिर है कि खरमास के कारण पिछले एक मास से मांगलिक कार्यों पर विराम लग गया था. ज्योतिषाचार्य पं.मुन्ना जी चौबे के मुताबिक 14 अप्रैल को तड़के 3 बजकर 31 मिनट पर भगवान सूर्य का मीन से मेष राशि में संक्रमण होगा और दोपहर 12 बजे तक पुण्य काल रहेगा. ऐसे में संक्रमण के साथ ही स्नान व पूजन-अर्चन तथा दान-पुण्य का कार्य प्रारंभ हो जायेगा तथा दोपहर 12 बजे तक करना श्रेयस्कर होगा.प्रशासनिक तैयारियां शुरू : सतुआ संक्रांति के अवसर पर यहां के उतरायणी गंगा में स्नान हेतु होने वाली भीड़ के मद्देनजर प्रशासनिक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. गंगा घाटों पर सुरक्षा एवं ट्रैफिक को सुचारू रखने हेतु रणनीति बना ली गई है. जाहिर है कि संक्रांति स्नान के लिए शहर के अलावा जिले भर के ग्रामीण क्षेत्रों से तो स्नानार्थि आते ही हैं, उतरी बिहार समेत अन्य जिलों से लगायत उतर प्रदेश के निकटवर्ती क्षेत्रों से भी श्रद्धालु भारी तादाद में पहुंचते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
