फाइलेरिया की रोकथाम के लिए नाइट ब्लड सर्वे हुआ शुरू
प्रखंड के सभी गांव से फाइलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के तरफ से नाइट ब्लड सर्वे शुरू कर दिया गया है.
राजपुर. प्रखंड के सभी गांव से फाइलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के तरफ से नाइट ब्लड सर्वे शुरू कर दिया गया है. अभियान के पहले दिन तियरा पंचायत में शिविर लगाकर ग्रामीणों के ब्लड का सैंपल लिया गया. चिकित्सा प्रभारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि इसके लिए कई टीमें बनायी गयी है. जो रात में लोगों के खून का सैंपल लेकर फाइलेरिया संक्रमण का पता लगायेंगे. इसका जीवाणु माइक्रो फाइलेरिया रात में ही सक्रिय होता है. इसके लिए 20 साल से अधिक आयु की महिलाओं एवं पुरुषों का सैंपल लिया जा रहा है. इसके लिए तियरा एवं मंगराव पंचायत में आगामी 30 अगस्त तक यह अभियान चलेगा. पहले दिन तियरा गांव से लोगों का रक्त सेंपल लिया गया है. सैंपल लेकर रक्त पट्टिका बनायी जायेगी. इसका मुख्य उद्देश्य फाइलेरिया रोगी मिलने पर उसका तत्काल इलाज कर क्षेत्र को फाइलेरिया मुक्त बनाया जाना है. इस रोग में कुछ सामान लक्षण होते हैं, जैसे कई दिन तक रुक रुक का बुखार आना, शरीर में दर्द, हाथ व पैरों में सूजन, महिलाओं के ब्रेस्ट में सूजन, पहले दिन में पैरों में सूजन रहती है और रात में आराम करने पर कम हो जाती है. संक्रमित व्यक्ति में बीमारी के लक्षण 15 साल तक में दिख सकते हैं. इस बीमारी से बचाव के लिए दवा का सेवन पांच वर्ष तक हर साल कर बचा जा सकता है. फाइलेरिया के मच्छर गंदी जगह पर पहुंचते हैं. इसलिए मच्छरों से बचाव जरूरी है. इस मौके पर स्वास्थ्य प्रबंधक गोरखनाथ सिंह, स्वास्थ्य कर्मी गुड्डू पाठक, बीसीएम सत्येंद्र कुमार सिंह, आशा फैसिलिटेटर, मुखिया प्रतिनिधि राम अवतार राम के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.
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