Buxar News: चक्की सीएचसी में महिला रोग का इलाज करते हैं पुरुष
सूबे की सरकार भले ही स्वास्थ्य व शिक्षा को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है.
चक्की
. सूबे की सरकार भले ही स्वास्थ्य व शिक्षा को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. गांव, कस्बों के लोगों को आज भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है. इसके चलते लोग प्राइवेट अस्पतालों में जाने को मजबूर हैं. ऐसे ही वाक्या चक्की सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर देखने को मिल रहा है. चक्की सीएससी में एक भी महिला चिकित्सक की नियुक्ति नहीं की गई है. प्रखंड के दर्जनों गांवों की महिलाएं अपना इलाज कराने के लिए दूसरी जगहों पर जातीं हैं क्योंकि प्रखंड मुख्यालय पर यही एक मात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र है. प्रखंड के गांवों से दर्जनों मरीज रोज अपना इलाज कराने यहां आते हैं. इनमें महिलाएं भी शामिल होती हैं. दशकों से महिला चिकित्सक की है कमी : सीएचसी में महिला डॉक्टर नहीं होने की वजह से महिलाओं को इलाज कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. महिलाएं न चाहते हुए भी पुरुष डॉक्टर से इलाज कराने के लिए विवश होती हैं. महिलाएं पुरुष डॉक्टर से लज्जा वश खुलकर अपनी बीमारी नहीं बता पाती हैं जिससे कि सही इलाज नहीं हो पाता है. इस संबंध में सीएचसी पर इलाज कराने आईं महिला पूनम देवी, शीखा देवी, जानकी देवी, कंचन देवी आदि ने बताया कि पुरुष डॉक्टर से अंदरुनी बातें बताने में शर्म आती है. महिला डाक्टर से हर बात सहजता व आसानी से कही जा सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
