Buxar News: सरसों की उन्नत खेती के लिए किसानों को किया गया जागरूक
स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के राजपुर कलां पंचायत मे मंगलवार को सरसों का उत्पादन बढाने व उन्नत खेती को लेकर सरकार द्वारा चलाए जा रहे
सिमरी
. स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के राजपुर कलां पंचायत मे मंगलवार को सरसों का उत्पादन बढाने व उन्नत खेती को लेकर सरकार द्वारा चलाए जा रहे कलस्टर प्रदर्शन कार्यक्रम अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र बक्सर द्वारा प्रक्षेत्र दिवस सह किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया.गोष्ठी मे किसानों को उन्नत प्रजाति के बीज रोपने के लिए जागरूक किया गया. भारत सरकार द्वारा तिलहन फसलों पर जागरूकता एवं उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से चलाई जा रही तिलहन फसलों का कलस्टर प्रदर्शन कार्यक्रम सरसों की उन्नत प्रभेद आर0एच0-725 का समूह प्रदर्शन गांव के कुल 70 किसानों के प्रक्षेत्र मे रबी (2024-25) मे प्रर्दशित किया गया हैं. कार्यक्रम मे उपस्थित पैक्स अध्यक्ष श्री आशनारायण मिश्रा तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञ एवं नोडल पदाधिकारी (तिलहन) श्री हरिगोविन्द द्वारा किया गया. तिलहन का उत्पादन बढ़ाने तथा उसके महत्व के बारे में प्रकाश डालते हुए श्री हरिगोविन्द ने जानकारी दी कि आर0एच0-725 सरसों की एक उन्नत तथा अधिक उपज देने वाली प्रजाति है. अनुकूल परिस्थिति मे इसकी अवधि 141 दिन है तथा औसत उत्पादन 25-27 क्विटल/हेक्टेयर है. मध्यम आकार के इनके दानों में तेल की मात्रा 39% होती है. किसान भाई इस प्रजाति के गुणवत्तायुक्त बीज का प्रयोग करके अधिक उत्पादन एवं आय प्राप्त कर सकते हैं. उन्नत खेती को बढ़ावा देने के लिए समूह प्रदर्शन कार्यक्रम के अन्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा जिले में सरसों फसल मे 300 हैक्टेयर का प्रर्दशन किया गया हैं. इस अवसर पर डिगम्बर कुमार प्रॉद्योगिकी ऐजेन्ट, श्री गौरी शंकर यादव, श्री भगवान सिह, श्री योगेन्द्रर पासवान, श्री कमला देवी, श्रीमती गिरजा देवी, श्रीमती राधिका देवी सहित 100 से अधिक किसानों ने भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
