Buxar News: नजराना मांगने पर फूटा विद्युत उपभोक्ताओं का गुस्सा
बिजली कंपनी के कर्मियों व पदाधिकारियों की मनमानी व लापरवाही से उपभोक्ता पूरी तरह त्रस्त हैं.
बक्सर.
बिजली कंपनी के कर्मियों व पदाधिकारियों की मनमानी व लापरवाही से उपभोक्ता पूरी तरह त्रस्त हैं. हद तो यह है कि हर काम के लिए उनके द्वार सुविधा शुल्क की मांग की जाती है और उनके इस शर्त से इंकार करने पर उनका कोपभाजन होना पड़ता है. शहर से सटे मल्लाचकिया के उपभोक्ताओं के साथ कुछ ऐसा ही वाकया हुआ, लिहाजा उनके सब्र का बांध टूट गया और आक्रोशित होकर सदर अस्पताल के समक्ष सड़क पर बैठ बक्सर-चौसा मार्ग को जाम कर दिए. इस दौरान वे बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी किए और किसी भी हालत में नजराना नहीं देने का एलान कर रहे थे. उनका कहना था कि लाइन में तकनीकी खाराबी के चलते उनकी बिजली सुबह से ही गुल है. लेकिन इसकी शिकायत करने के बाद शाम तक नहीं दुरुस्त की गयी. काफी आरजू-मिन्नत के बाद बिजली का लाइन दुरुस्त करने के लिए जो कर्मी पहुंचे वे उनसे दो सौ रुपये नजराना मांगने लगे और जब नजराना देने से इंकार कर दिया गया तो वे अगली सुबह बिजली ठीक करने की धमकी देकर वहां से चले गए. इसकी शिकायत अधिकारियों ने भी नहीं सुनी. सो बिजली गुल होने से हो रही परेशानी के कारण लोगों का आक्रोश बढ़ गया और प्रदर्शन करते हुए वे सड़क पर उतर गए. सड़क जाम की सूचना के बाद टाउन थानाध्यमक्ष मनोज कुमार सिंह सदलबल मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को बिजली ठीक कराने का भरोसा दिलाए. इसके बाद विद्युत कर्मी पहुंचकर बिजली चालू किए. इस दौरान सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं थी और भीषण गर्मी के चलते यात्री बिलबिला रहे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
