राजगीर में रांग साइड का कहर, ट्रैफिक व्यवस्था ठप, हादसे की आशंका गहरी
अनुमंडल मुख्यालय के नेशनल हाइवे–82 पर इन दिनों गलत दिशा से वाहनों के परिचालन की समस्या विकराल रूप ले चुकी है.
राजगीर. अनुमंडल मुख्यालय के नेशनल हाइवे–82 पर इन दिनों गलत दिशा से वाहनों के परिचालन की समस्या विकराल रूप ले चुकी है. रांग साइड से बेखौफ चल रहे वाहनों के कारण इस व्यस्त मार्ग पर दिन में कई बार जाम लगती रहती है. हैरानी की बात यह है कि सब कुछ जानते हुए भी यातायात पुलिस, स्थानीय पुलिस और प्रशासन की ओर से इस पर रोकथाम की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं दिखती है. परिणामस्वरूप सरदार पटेल चौक के आसपास ट्रैफिक अव्यवस्थित रहने से आम लोगों, पर्यटकों तथा स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. स्थानीय लोग बताते हैं कि केवल सुबह और शाम ही नहीं बल्कि पूरे दिन हाईवे पर जाम लगना अब सामान्य बात हो गयी है. गलत दिशा से आ रहे वाहनों के कारण कई बार टक्कर की नौबत पैदा होती है. बावजूद इसके न तो चालकों में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता दिखती है और न ही ट्रैफिक पुलिस सख्ती दिखा रही है. स्थिति यह है कि पर्यटक नगरी होने के बावजूद राजगीर के प्रमुख चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती शून्य है. इससे रांग साइड चलने वाले वाहन चालकों के हौसले बुलंद हैं. वे बिना किसी डर भय और रोक-टोक के मनमानी करते चले जा रहे हैं. छबिलापुर मोड़ की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है. यहां भी रांग साइड से आने-जाने वाले वाहनों पर कोई नियंत्रण नहीं होने से जाम और दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी रहती है. लोगों का कहना है कि प्रशासन यदि नियमित रूप से निगरानी करे और कुछ दिनों तक सख्त अभियान चलाए तो स्थिति में काफी सुधार हो सकता है. वर्तमान हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि यदि प्रशासन ने समय रहते कठोर कदम नहीं उठाए, तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता. हाइवे पर बढ़ते अव्यवस्थित यातायात ने न केवल शहर की छवि खराब की है, बल्कि लोगों की सुरक्षा को भी खतरे में डाल दिया है.
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