अति पिछड़ा समाज को होना होगा एकजुट
शहर के अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में अति पिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा के द्वारा आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर रविवार को समाप्त हो गया.
राजगीर. शहर के अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में अति पिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा के द्वारा आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर रविवार को समाप्त हो गया. अति पिछड़ा वर्ग संगठन निर्माण एवं उद्देश्य विषय पर चिंतक उमाशंकर साहनी ने कहा सीट टू गेदर, मीट टू गेदर और ईंट टु गेदर पर बल दिया जाए. अति पिछड़ा व दलित का पीड़ा साझा तो पहचान अलग क्यों विषय पर मंसूरी और वंचित समाज के विकास में कानून की अनिवार्यता पर रामभरोस शर्मा ने विचार व्यक्त किया. प्रो रामबली सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि जातियों में बंटे अति पिछड़ा समाज को जमात की राजनीति करने के लिए गांव पंचायत की ओर जाना होगा . हिंदू मुस्लिम अनेकता की भावना पर प्रहार करना होगा. वर्ग चेतना का निर्माण करने के लिए धरातल पर काम करना होगा. दो दिनों के चिंतन मंथन के बाद लोगों ने वर्ग चेतना निर्माण करने का संकल्प लिया. अंबेडकर, कर्पूरी, कयूम अंसारियों की पूरी आबादी को अंधभक्त और धार्मिक गुलामी से निकलने का शपथ लिया. मूल अति पिछड़े 111 जातियों के आरक्षण पर की जा रही सरकारी हमले से बचने के लिए अपेक्षाकृत संपन्न तीन जाति यथा तेली ,तमोली और दांगी जाति को अति पिछड़ा वर्ग से पृथक कर उनके लिए अलग ग्रुप बनाकर उनकी जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण का लाभ देने , अति पिछड़ा वर्ग पर अत्याचार निवारण कानून बनाने, पंचायत में 33 फीसदी आरक्षण देने , रोहिणी आयोग का रिपोर्ट सार्वजनिक करने और वंचितों के पुरोधा अब्दुल कयूम अंसारी और पहाड़ पुरुष दशरथ मांझी को भारत रत्न से जैसी मांगों को लेकर मोर्चा के संयोजक प्रो. चंद्रवंशी के नेतृत्व में मानसून सत्र में विधानसभा का घेराव करने का फैसला लिया गया. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्रो. शिवपूजन ठाकुर ने कहा कि खोई हुई अधिकार को पाने के लिए समय प्रबंधन के साथ निस्वार्थ भाव से कर्तव्यों का पालन होना है. दलित अति पिछड़ा का नारा है मुस्लिम भाई हमारा है के गगनभेदी नारा के साथ दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर समाप्त हुई. कार्यक्रम का संचालन आशीष कुमार ने किया. कार्यक्रम के अंत अधिवक्ता डॉ. अमित कुमार पासवान एवं तारीक अनवर ने रामबली चंद्रवंशी को फूल माला व अंग वस्त्र से स्वागत किया.
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