पैदा होते ही मां ने बेटी को झाड़ी में फेंका

जिले के बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र में एक बार फिर से मां की ममता शर्मसार हो गयी. कलयुगी मां ने बेटी पैदा लेते ही निर्मम तरीके से उसे कटीली झाड़ियों में फेंक दिया.

By AMLESH PRASAD | December 4, 2025 10:38 PM

बरबीघा. जिले के बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र में एक बार फिर से मां की ममता शर्मसार हो गयी. कलयुगी मां ने बेटी पैदा लेते ही निर्मम तरीके से उसे कटीली झाड़ियों में फेंक दिया. लेकिन कहते हैं ना जाको राखे साइयां मार सको ना कोय, यह कहावत चरितार्थ होती दिखी. जब जन्म के चंद मिनटों बाद झाड़ी में फेंकी हुई रोती-बिलखती बच्ची पर वार्ड पार्षद प्रसून कुमार भल्ला की नजर पड़ गयी. उन्होंने तुरंत बरबीघा थाना को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही बरबीघा थाना के सब इंस्पेक्टर गौतम कुमार मौके पर पहुंचे. गौतम कुमार ने बताया कि झाड़ी में बच्ची जमीन पर नहीं बल्कि कांटों के बीच अटकी हुई थी. उसका गर्भनाल झाड़ियां में उलझा हुआ था. यह दृश्य देखकर एक पल के लिए गौतम कुमार भी अंदर से हिल गये. हालांकि उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए ग्रामीणों से नया ब्लेड मंगाया और पहले गर्भनाल काटकर उसे अच्छी तरह बांधा. फिर बच्ची को सकुशल झाड़ी से बाहर निकाला लिया. इसके बाद वे बिना समय के गवाएं तुरंत एक पिता की भांति बच्ची को गोद में लेकर रेफरल अस्पताल बरबीघा पहुंचे. अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर रितु कुमारी ने द्वारा बच्ची का इलाज किया गया. डॉ रितु कुमार ने बताया कि बच्ची के शरीर में कई जगह कांटे चुभ चुके हैं. बच्ची सही समय पर अस्पताल पहुंच गई इसलिए अब उसकी जान खतरे से बाहर है. डॉक्टर रितु कुमारी ने बताया कि बच्ची को जन्म लिए हुए अभी 24 घंटे से भी कम समय बिता है. ऐसे भी एक मां के द्वारा बच्ची को कटीली झाड़ियां में फेंक देना बेहद अमानवीय घटना को दर्शाता है. उधर थोड़ी देर बाद बच्ची को अस्पताल में दूध भी पिलाया गया है. उन्होंने इस नेक कार्य के लिए सब इंस्पेक्टर गौतम कुमार को विशेष धन्यवाद भी दिया. बाद में सूचना मिलते ही जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुरेंद्र कुमार भी दलबल के साथ अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में बच्ची को देखने और उसे गोद लेने के लिए लोगों की भीड़ भी जुटने लगी. लेकिन बच्ची को बाल संरक्षण पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार लेकर शेखपुरा सदर अस्पताल चले गये. सुरेंद्र कुमार ने बताया कि बच्ची को अस्पताल के विशेष वार्ड में 48 घंटे के लिए भर्ती कराया गया है. स्वस्थ होने के बाद उसकी जिला बाल संरक्षण इकाई में पूरी देखभाल की जायेगी. उनके साथ विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान के प्रबंधक जितेंद्र कुमार बाल संरक्षण इकाई के सदस्य विजय कुमार, अभिषेक कुमार और श्वेता कुमारी भी शामिल मौजूद रही.

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