देश–विदेश के टूर ऑपरेटर राजगीर, नालंदा, पावापुरी की ब्रांडिंग के लिए करेंगे सम्मेलन, पर्यटकीय संभावनाओं को मिलेगी उड़ान
अध्यात्म और पर्यटन के लिए मशहूर राजगीर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों का केंद्र बनने के लिए तैयार है.
राजगीर. अध्यात्म और पर्यटन के लिए मशहूर राजगीर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों का केंद्र बनने के लिए तैयार है. चलो घूमें लुटें वहार, घुमाने को हम हैं तैयार जैसे आकर्षक नारे के साथ 10 से 12 दिसंबर तक होटल अरुण्या गौतम विहार में टूर ट्रैवल्स और टूर ऑपरेटरों का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित होगा. इस तीन दिवसीय आयोजन में भारत, नेपाल, लाओस, कंबोडिया, बांग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, वियतनाम सहित कई एशियाई देशों के प्रतिनिधि शामिल होने के लिए राजगीर पहुंच चुके हैं. सम्मेलन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. पत्रकार वार्ता में एबीटीओ के महासचिव डॉ कौलेश कुमार ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य राजगीर, नालंदा और पावापुरी जैसे बौद्ध एवं जैन पर्यटन स्थलों को वैश्विक पहचान दिलाना है. यह आयोजन पर्यटन, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और वैश्विक यात्रा बाजार में नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा. सम्मेलन में देश–विदेश के 200 से अधिक ट्रेवल एजेंट और टूर ऑपरेटर भाग लेंगे. वे बिहार सहित पूरे भारत के पर्यटन बाजार में नई संभावनाओं पर विचार-विमर्श करेंगे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के बोर्ड ऑफ रेवेन्यू के सचिव गिरिवाल दयाल सिंह होंगे. इसके अलावा बांग्लादेश बौद्धिस्ट क्रिस्टी प्रचार संघ के उपाध्यक्ष भंते करुमानंद थेरो, साउथईस्ट एशिया यूनिवर्सिटी के व्याख्याता पोन पुत्थानुकोर्न, एबीटीओ कंबोडिया के कंट्री हेड साओरिन सिम, नेपाल के लुम्बिनी कल्चरल म्युनिसिपैलिटी के प्रतिनिधि अनामुल्लाह फकीर एवं हरि प्रसाद ज्ञानवाली, वर्ल्ड बैंक के एडवाइजर रवि बनकर, स्पिरिचुअल टूर्स वाराणसी के एमडी और एबीटीओ के वाइस प्रेसिडेंट संतोष सिंह सहित कई प्रमुख हस्तियां इस सम्मेलन में मौजूद रहेंगी. डॉ कौलेश कुमार, राजेश रंजन, परमानंद कुमार और रामानुज कुमार गुप्ता ने कहा कि इस आयोजन से राजगीर, नालंदा और पावापुरी की वैश्विक ब्रांडिंग होगी. इन स्थानों को दुनिया के देशों से दोबारा जोड़ने की दिशा में मजबूत कदम उठेगा. भारत के राजस्थान, गुजरात, बिहार, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, महाराष्ट्र, असम, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों के टूर ऑपरेटर्स और ट्रैवलर्स भाग लेंगे. आपके शहर में घुमाने वाला आया है मेहमान, हर परिवार के घूमने के पूरे होंगे अब सारे अरमान जैसे स्लोगन ने सम्मेलन को आम लोगों तक लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई है. प्रतिभागी राजगीर, नालंदा और पावापुरी के विख्यात धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर यहां की पर्यटन क्षमता को समझेंगे तथा पर्यटकों को भेजने की रणनीति पर विचार करेंगे. पर्यटन मंत्रालय तथा तेलंगाना पर्यटन के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन में आपसी पर्यटन सहयोग बढ़ाने के साथ-साथ नए स्थलों के प्रचार-प्रसार पर उच्च स्तरीय चर्चा होगी. विशेषज्ञों की एक विशेष टीम अपने शोध और सुझाव प्रस्तुत करेगी. सम्मेलन में एशियाई देशों के ट्रेवल एजेंट, प्रोफेसर, भिक्षु, बुद्धिजीवी, कलाकार और पर्यटन विषय के छात्र भी शामिल होंगे. दिल्ली के दीपक बेकर राजगीर, नालंदा और पावापुरी के पर्यटन स्थलों पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनायेंगे. साथ ही विभिन्न राज्यों द्वारा 20 प्रदर्शनी स्टॉल लगाए जायेंगे. यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन न केवल राजगीर को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान दिलायेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के अवसरों को भी नई गति प्रदान करेगा.
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