बिना वैकल्पिक व्यवस्था के किसी गरीब का घर तोड़ना अमानवीय : पप्पू यादव
रहुई थाना क्षेत्र के शिवनंदन नगर गांव में न्यायालय के आदेश से विगत् दिनों अतिक्रमण कर बनाये गये दलित परिवारों के दर्जनों घर तोड़ दिये गये.
बिहारशरीफ. रहुई थाना क्षेत्र के शिवनंदन नगर गांव में न्यायालय के आदेश से विगत् दिनों अतिक्रमण कर बनाये गये दलित परिवारों के दर्जनों घर तोड़ दिये गये इससे उन परिवारों को काफी कठिनाई का सामना करना पड् रहा है. करीब 65 वर्षों से बसे इन गरीब परिवारों को बिना पुनर्वास व्यवस्था के पांच दिसंबर तक स्थल खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया था. इसके विरोध में मंगलवार को पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे. उन्होंने सरकार की कार्रवाई को तानाशाही बताते हुए कहा कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था के किसी गरीब का घर तोड़ना अमानवीय है. सांसद पप्पू यादव ने कहा कि सरकार पहले दलित परिवारों को गांव में ही पांच डिसमिल जमीन और आवास निर्माण के लिए आर्थिक सहायता दे, तभी आगे की कोई कार्रवाई हो सकती है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि गरीबों को बिना पुनर्वास के उजाड़ा गया, तो वे खुद बुलडोजर के सामने खड़े होंगे और मामले को संसद में भी उठाएंगे. मुलाकात के दौरान उन्होंने पीड़ित परिवारों की समस्याएं सुनीं और तत्काल राहत के तौर पर दर्जनों परिवारों को अपनी ओर से 10-10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी. उन्होंने यह भी घोषणा कि परिवारों की बेटियों के विवाह में भी वे सहयोग करेंगे. सांसद के इस कदम से पीड़ितों में आशा की किरण जगी. इसके बाद सांसद ने नालंदा के डीएम और पदाधिकारियों से बातचीत कर दलित परिवारों के पुनर्वास, अस्थायी आवास, बिजली, पानी और राशन की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की. उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में दलित समुदाय के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. स्थानीय युवा नेता दानवीर ने घटना को असंवैधानिक बताया और कहा कि सरकार बिना पुनर्वास व्यवस्था के किसी गरीब को उजाड़ने का अधिकार नहीं रखती हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने शीघ्र समाधान नहीं निकाला, तो जन आंदोलन तेज किया जायेगा. मौके पर राकेश यादव, मनीष यादव, मुकेश पासवान, श्रवण कुमार, रंजन यादव, बाल्मिक पासवान, बादल राज, विक्की यादव सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.
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