छोटे बाजारों में अतिक्रमण से आम जनता है परेशान
आरा : जिले के छोटे बाजारों में सड़कों के किनारे दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण किये जाने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. सभी चट्टी बाजारों में स्थिति ऐसी है कि सड़कों पर चलना काफी दुष्कर हो रहा है. ऐसा ही नजारा तरारी प्रखंड के मोपती बाजार व मेला मोड़ पर देखने को मिल रहा […]
आरा : जिले के छोटे बाजारों में सड़कों के किनारे दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण किये जाने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. सभी चट्टी बाजारों में स्थिति ऐसी है कि सड़कों पर चलना काफी दुष्कर हो रहा है. ऐसा ही नजारा तरारी प्रखंड के मोपती बाजार व मेला मोड़ पर देखने को मिल रहा है. बाजार में अतिक्रमण के कारण सड़कें सिकुड़ चुकी हैं.
अतिक्रमणकारियों की चपेट में होने के कारण जाम की समस्या से प्रतिदिन परेशान रहता है. जिले के लिए सड़क जाम और अतिक्रमण सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है.
सड़क जाम से सड़कें कराह रही हैं. इस कारण मिनटों का सफर तय करने में घंटों लग रहा है. अतिक्रमण जिले के लिए लाइलाज बीमारी बन गयी है. एक तरफ बढ़ते वाहनों के बोझ को संभाल पाने में सड़कें कराह रही हैं, तो दूसरी तरफ सड़कों पर अतिक्रमण कोढ़ में खाज की तरह है. सड़कों पर अतिक्रमण को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. इस कारण यातायात व्यवस्था काफी दयनीय रहती है.
गड़हनी- डेहरी मुख्य मार्ग पर है मोपती बाजार : मोपती बाजार व मेला मोड़ गड़हनी-डेहरी मुख्य मार्ग पर अवस्थित है. एक तरफ बाजार लगने से काफी भीड़- भाड़ रहती है. लगभग एक दर्जन से अधिक गांवों के लोग खरीदारी के लिए यहां पहुंचते हैं.
इस कारण भी भीड़भाड़ की स्थिति बनी रहती है. वहीं, दूसरी तरफ दुकानदारों द्वारा दुकानों से बाहर सामान को सजाया जाता है. इसके बाद ठेलावालों, सब्जीवालों के द्वारा सड़क के पास ही सामान को बिक्री करने के लिए लगा दिया जाता है. इससे सड़क पर अतिक्रमण से जाम लग रहा है.
कई क्षेत्रों के लिए चलती हैं गाड़ियां : मेला मोड़ की भौगोलिक स्थिति इस तरह की है कि यहां से कई क्षेत्र की गाड़ियां चलती हैं. एक तरफ गड़हनी- डेहरी मुख्य पथ पर होने के कारण आरा से डेहरी जानेवाली गाड़ियां इस पथ से चलती हैं. दूसरी तरफ पीरो से डेहरी जानेवाली गाड़ियां इससे होकर गुजरती हैं.
मेला मोड़ से ही सहार, अरवल व जहानाबाद की गाड़ियां भी इस रोड से गुजरती हैं. इस कारण मेला मोड़ स्थित सड़क की व्यस्तता काफी अधिक रहती है. प्रतिदिन बड़ी वाहनों से लेकर छोटी वाहन हजारों की संख्या में गुजरती हैं. अति व्यस्ततम सड़क पर ठेला, खोमचा व सब्जी की दुकान लगाने से प्रायः जाम की समस्या बनी रहती है.
नहीं होती है कोई कार्रवाई : जाम की समस्या व सड़क पर अतिक्रमण को लेकर प्रशासन द्वारा किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जाती है. जबकि प्रतिदिन इस सड़क से प्रशासन व पुलिस पदाधिकारियों की गाड़ियां गुजरती हैं.
कई लोग इसकी शिकायत भी करते हैं. इसके बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जाती है. इससे लोगों में काफी आक्रोश का माहौल है. लोगों का कहना है कि सड़क की मापी कर अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए, ताकि आवागमन में किसी तरह की कठिनाई नहीं हो सके.
