भागलपुर में विधायक समर्थकों ने लहराया हथियार, सुपरवाइजर से मांगी रंगदारी

भागलपुर : एनटीपीसी कहलगांव के ऐश डाइक इलाके में बुधवार की सुबह करीब 11 बजे एक विधायक के सामने ही उनके सरकारी व निजी सुरक्षा गार्ड सहित समर्थकों द्वारा उत्पात मचाने का मामला प्रकाश में आया है. ऐश डाइक से सेनोस्फेयर निकासी के काम में लगी मुंबई की सरला केम. इंडिया प्रा लिमिटेड कंपनी के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 20, 2020 10:44 AM

भागलपुर : एनटीपीसी कहलगांव के ऐश डाइक इलाके में बुधवार की सुबह करीब 11 बजे एक विधायक के सामने ही उनके सरकारी व निजी सुरक्षा गार्ड सहित समर्थकों द्वारा उत्पात मचाने का मामला प्रकाश में आया है. ऐश डाइक से सेनोस्फेयर निकासी के काम में लगी मुंबई की सरला केम. इंडिया प्रा लिमिटेड कंपनी के सुपरवाइजर महेशामुंडा गांव निवासी संतोष कुमार ने एनटीपीसी थाने में देर शाम प्राथमिकी दर्ज करायी.

सदानंदपुर बैसा के अरविंद सिंह, काजीपुरा के केपी साह व शीतलनगर के राजकुमार सिंह सहित दर्जन भर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. इनपर रंगदारी मांगने व रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है.

वीडियो में हथियार के साथ दिख रहे विधायक व उनके समर्थक
घटना स्थल का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें पीरपैंती के विधायक रामविलास पासवान व उनके सरकारी व गैरसरकारी सुरक्षा गार्ड भी हथियार के साथ दिख रहे हैं. हालांकि प्राथमिकी में विधायक का नाम नहीं है. शिकायत पत्र में सुपरवाइजर संतोष कुमार ने कहा है कि साइट- थ्री एबी ऐश डाइक पर स्कॉर्पियो से आरोपित आये. गाड़ी लोड कर रहे मजदूरों के साथ वे गली-गलौज करने लगे. उनमें से एक ने कहा कि मेरा पुराना इतिहास है कि मैं सभी कंपनी से रंगदारी वसूलता हूं. अगर तुमने रंगदारी नहीं दी तो काम नहीं करने दिया जायेगा. घटना के वक्त मौजूद मजदूर सुभाष मंडल व अन्य ने मुझे फोन से सूचना दी. मैं घटनास्थल पर पहुंचा. मेरे पहुंचने के बाद भी आरोपित मजदूर संजीव कुमार को पकड़कर जाति सूचक गाली देते हुए जबरन गाड़ी पर बैठाने लगे. उन लोगों ने उसका मोबाइल भी छीन लिया. घटना के समय सीआइएसएफ के जवान भी मौजूद थे.
एनटीपीसी के थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि घटना की लिखित शिकायत की गयी है. जांच के बाद आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज होगा. सुपरवाइजर संतोष कुमार ने घटना को लेकर सीआइएसएफ कमांडेंट को भी लिखित जानकारी दी है.
विधायक ने किया घटना से इन्कार
इधर पीरपैंती के विधायक रामविलास पासवान ने बताया कि सुपरवाइजर संतोष का आरोप बेबुनियाद है. मेरे कार्यकर्ता पीरपैंती निवासी करण साव से संतोष ने टेंडर डालने के समय 30 लाख रुपये कर्ज लिया था. इस कर्ज के बाबत सेनोस्फेयर देने की बात कही थी, लेकिन उसने माल नहीं दिया. इस बीच 30 लाख रु में से बांकी एक लाख 30 हजार रु लौटाने पर आनाकानी करने पर आज मैं इस शेष भुगतान करने को लेकर संतोष को समझाने गया था.

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