छठ के दूसरे दिन खाली रही ट्रेनें, नरकटियागंज स्टेशन पर पसरा रहा सन्नाटा
लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन मंगलवार को नरकटियागंज जंक्शन का नज़ारा कुछ अलग था.
नरकटियागंज . लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन मंगलवार को नरकटियागंज जंक्शन का नज़ारा कुछ अलग था. जहां बीते तीन दिनों तक स्टेशन यात्रियों की चहल-पहल से गूंजता रहा, वहीं आज सन्नाटा पसरा था. प्लेटफॉर्म पर न तो भीड़ का शोर था, न टिकट काउंटरों पर लंबी कतारें. चारों ओर एक अजीब-सी शांति थी. मानो पूरा नगर छठी मईया की आराधना में लीन हो गया हो. जरूरतमंद यात्री ही स्टेशन पर नजर आ रहे थे. मुजफ्फरपुर से आनंद विहार जाने वाली 12557 सप्तक्रांति एक्सप्रेस, रक्सौल से आनंद विहार जाने वाली 15273 सत्याग्रह एक्सप्रेस और बरौनी से बांद्रा जाने वाली 19038 अवध एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म से रवाना तो हुईं, लेकिन डिब्बे अन्य दिनों की अपेक्षा खाली रहे. जहां सामान्य दिनों में खड़े होकर सफर करने की नौबत आती है, वहीं आज यात्रियों के लिए सीटें खाली थीं. जेनरल कोच में भी यात्री सोकर और बैठ कर जाते दिखे. छठ के दूसरे दिन ही लौटने लगे प्रवासी बरौनी से बांद्रा जाने वाली 19038 एक्सप्रेस ट्रेन में कई ऐसे प्रवासी थे जो छठ के दूसरे दिन ही अपने अपने कामों पर लोट रहे थे. इनमें समस्तीपुर के मोहन, जगन्नाथ, मीरा सरकार और कुढ़नी के रविन्द्र साह, अमरेन्द्र मांझी, सुजीत बैठा आदि ने बताया कि वे आगरा में चमड़ा फैक्ट्री में काम करते हैं. डयूटी पर पहुंचना है सो आज ही हम लोग निकल रहे हैं. उसी जेनरल डिब्बे में बैठे रहमान गद्यी ने बताया कि वे दशहरा से पहले अपने गांव केसरिया आए थे. वे सूरत में रहते हैं. वही पर कपड़े का कारोबार करते हैं. हर साल दशहरा और छठ पूजा के अवसर पर माल लेकर आते हैं और बिक्री कर चले जाते हैं. चुनाव में हिस्सा लेने की बात पर यात्रियों ने बताया की उन्हे मलाल है लेकिन क्या करें, काम पर तो लौटना ही है. सीटें खाली एक नजर में 19038 अवध एक्सप्रेस — स्लीपर – 10, —3 थर्ड एसी. 90 —2 सेंकेंड एसी.45 —1 फर्स्ट एसी.17 12557 सप्तक्रांति सुपर फास्ट एक्सप्रेस फर्स्ट एसी. 22 सेंकेड एसी 86 थर्ड एसी 100 3 इकानॉमि 67 स्लीपर 230
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