वीटीआर में बाघ गणना को लेकर वन कर्मियों को प्रशिक्षण
वाल्मीकी टाइगर रिजर्व के वन प्रमंडल -2 के वन कर्मियों को बाघ गणना के लिए प्रशिक्षण दिया गया.
हरनाटांड़. वाल्मीकी टाइगर रिजर्व के वन प्रमंडल -2 के वन कर्मियों को बाघ गणना के लिए प्रशिक्षण दिया गया. जिसमें हरनाटांड़, गोनौली और चिउटाहा वन प्रक्षेत्र के वन कर्मियों को बाघ गणना को लेकर यह प्रशिक्षण फील्ड बायोलॉजिस्ट सौरभ वर्मा द्वारा दिया गया. जिसमें वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी,वनपाल,वनरंक्षी सहित सभी संबंधित वनकर्मी शामिल हुए. हरनाटांड़ वन प्रक्षेत्र के पदाधिकारी शिव कुमार राम ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान बाघ गणना से जुड़ी बारीकियों और जरूरी सावधानियों की जानकारी दी गई. विशेषज्ञों ने बताया कि सटीक आंकड़े जुटाने के लिए सभी मानकों का पालन जरूरी है. फील्ड सर्वे के दौरान एक विशेष मोबाइल ऐप के माध्यम से सभी जानकारियां अपलोड की जाएगी.इस ऐप के जरिए बाघ के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष साक्ष्य जैसे पगमार्क, लेटने के निशान, विष्ठा और शिकार (किल) की जानकारी दर्ज की जाएगी. फोटो के साथ लोकेशन भी अपलोड की जाएगी. जिससे स्थान की सटीक पहचान हो सके. इसके अलावा प्रशिक्षण में रेंज फाइंडर से दूरी मापने और सुनो कंपास से दिशा निर्धारित करने की भी जानकारी दी गई.यह प्रशिक्षण आगामी बाघ गणना की तैयारी का हिस्सा है, जिसमें ट्रैप कैमरों का भी इस्तेमाल होगा ताकि सटीक गणना की जा सके. उन्होंने ने बताया कि यह प्रशिक्षण आगामी बाघ गणना की तैयारी के तहत दिया गया है. जल्द ही जंगलों में ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे. कैमरों की निगरानी के बाद बाघ गणना का जमीनी कार्य शुरू होगा, जिसमें वनकर्मी और अधिकारी फील्ड में जाकर सर्वे करेंगे. बताने की .2022 में वीटीआर में 54 बाघ थे और इस बार 70 से अधिक होने की उम्मीद है. बाघों की संख्या में वृद्धि को बेहतर हैबिटेट प्रबंधन का परिणाम माना जा रहा है.
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