बाघ की दहाड़ सुन रोमांचित हुए पर्यटक, जंगली जानवरों का समीप से किया दीदार
वीटीआर वन प्रमंडल 2 में स्थित पर्यटन नगरी वाल्मीकिनगर में हर रोज सैकड़ों की तादाद में पर्यटक पर्यटन के लिए आते हैं.
वाल्मीकिनगर. वीटीआर वन प्रमंडल 2 में स्थित पर्यटन नगरी वाल्मीकिनगर में हर रोज सैकड़ों की तादाद में पर्यटक पर्यटन के लिए आते हैं. इस दौरान जंगल सफारी का भी भरपूर मजा सैलानी लेते हैं. जिस दौरान नजदीक से शाकाहारी और मांसाहारी जानवरों के दीदार की चाह उन्हें टाइगर रिजर्व में खींच लाती है. संयोग अच्छा रहा तो जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों को बाघ, हिरण, भालू, गौर, तेंदुआ सहित अन्य जंगली जानवरों का समीप से दीदार हो जाए तो वे लोग काफी प्रफुल्लित हो जाते हैं. इसी क्रम में बुधवार को दरभंगा से आए पर्यटकों को जंगल सफारी के दौरान समीप से बाघ की दहाड़ सुनने और हल्की झलक देखने को मिला. जिससे पर्यटक भयभीत भी हुए और रोमांचित भी हो उठे. पर्यटक संजीव प्रसाद के साथ चार लोग उनके परिवार से जंगल सफारी के लिए सुबह निकले. जहां उन्हें झाड़ियों से बाघ की दहाड़ सुनने को मिला. साथ ही बाघ के पग मार्क भी देखने को मिला. संजीव प्रसाद ने बताया कि हम पांच लोग एक ही परिवार से जंगल सफारी का लुत्फ लेने निकले थे. तभी काफी करीब से हमें बाघ के दहाड़ने की आवाज मिली. जिससे हम लोग भयभीत तो हुए लेकिन काफी रोमांचित भी हुए. वहीं बाघ के पग मार्क भी देखने को मिला. उसके आगे हमें हिरण, भालू, गौर सहित कई जानवरों का दीदार करने का मौका मिला. हम लोग पहली बार वाल्मीकिनगर घूमने आए हैं, जो कि काफी सुखद रहा. वन कर्मियों का सहयोग काफी सराहनीय रहा. वही रेंजर अमित कुमार ने बताया कि पर्यटन पर आए पर्यटकों को हमारा व्यवस्था संतुष्ट करें यही हमारी पहली प्राथमिकता है.
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