साथियों के साथ गंडक नदी से लकड़ी निकालने गए युवक का नहीं लगा पता
पीड़ित विवाहिता ने पिपरासी थाने में आवेदन देकर साथ गए लोगों पर हत्या का आरोप लगाकर एफआइआर दर्ज कराई है.
पिपरासी. स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत कांटी रेता में अपने साथियों के साथ गंडक नदी में लकड़ी पकड़ने आए 32 वर्षीय युवक का पता नहीं लगने पर पीड़ित विवाहिता ने पिपरासी थाने में आवेदन देकर साथ गए लोगों पर हत्या का आरोप लगाकर एफआइआर दर्ज कराई है. इस बाबत जानकारी देते हुए पीड़िता अनीता देवी ने बताया कि उनका घर बगहा के कैलाश नगर है. उनके पति रौशन बीन (35 वर्ष) अपने ही गांव के इंद्रजीत बीन, अरुण पासवान, गोलू कुमार, सोनू कुमार, नरेश बीन के साथ एक सितंबर को गंडक नदी से लकड़ी निकालने गए हुए थे. वे सभी वापस चले आए लेकिन मेरे पति वापस नहीं आए. उन लोगों से पति के बारे में पूछने पर वे लोग बताएं कि कांटी रेता में नाव पलटने के कारण वे डूब गए. इस सूचना पर एनडीआरएफ की टीम ने काफी खोजबीन किया लेकिन उनका शव नहीं मिला. बाद में जब जिस नाव से वे लकड़ी पकड़ने गए थे उसका निरीक्षण किया गया तो नाव पर जगह-जगह खून के धब्बे लगे हुए थे. वहीं नाव पर रखे बांस पर भी खून के निशान व पति के कपड़े थे. इसको देखते हुए ऐसा लग रहा है कि सोची समझी साजिश के तहत हत्या की गयी. पीड़िता ने बताया कि उनके द्वारा पहले पटखौली थाने में आवेदन दिया गया था लेकिन वे लोग कुछ दिन बाद नौरंगिया थाने में भेज दिए. वहां आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा था और बाद में छोड़ दिया और बोले पिपरासी थाना क्षेत्र में घटना हुआ है. इसलिए पिपरासी जाओ. पीड़िता ने बताया कि इस कारण इतने देरी से पिपरासी थाने में आवेदन दिया गया है. इस संदर्भ में थानाध्यक्ष राजीव कुमार शर्मा ने बताया कि महिला के आवेदन पर एफआइआर दर्ज कर लिया गया है. वहीं टीम को भेजकर नाव और बांस पर लगे खून के सैंपल को भी एकत्र कर लिया गया है. जांच चल रही है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
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