Bettiah : मां अंबे की स्तुति संग घर-घर में स्थापित हुए कलश, देवी स्थलों पर उमड़ी भक्तों की भीड़

वैदिक मंत्रोच्चारण एवं देवी के जयघोष के साथ ही सोमवार से शारदीय नवरात्र श्रद्धा-भक्ति से शुरू हुई.

By DIGVIJAY SINGH | September 22, 2025 10:01 PM

–शारदीय नवरात्र पर जगह-जगह निकाली गयी कलश यात्रा, मंत्रोच्चारण से गूंज रहे मां भगवती के मंदिर व स्थल –शहर से गांव तक पूरे इलाके में बना भक्तिमय माहौल, व्रत व फलाहार का चला दौर बेतिया . वैदिक मंत्रोच्चारण एवं देवी के जयघोष के साथ ही सोमवार से शारदीय नवरात्र श्रद्धा-भक्ति से शुरू हुई. शहर से गांव तक जगह-जगह पूजा से पहले कलश यात्रा निकाली गयी और जयघोष से पूरा इलाका जय माता दी गूंजते रहे. पूरा इलाका भक्तिमय बन गया है. शहर के कालीधाम, दुर्गाबाग, उतर द्वारदेवी, दक्षिण द्वारदेवी, शांति माई, तीन लालटेन चौक स्थित माई के अलावा निकटवर्ती भंगहा माई, खड्डा, सनकहिया माई समेत अन्य देवी मंदिर गुलजार रहे. जहां प्रात: काल से ही दर्शन कर मां से वरदान मांगने की होड़ लगी रही. पूरे दिन माई स्थलों पर भक्तों की भीड़ उमड़ी रही. मैनाटांड़ प्रखंड मुख्यालय, पिड़ारी, इनरवा, मर्जदवा, बिरंची, रामपुर, बेलवाडी माई स्थान, भंटाटाड़, पुरुषोत्तमपुर आदि जगहों पर मां भगवती की पूजा अर्चना शुरू हुई। माता दुर्गा के प्रथम शैलपुत्री की पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. भक्तगण हाथों में धूप, अगरबत्ती, फल, अक्षत, चंदन, नारियल, चुनरी, फल आदि पूजा सामग्री लेकर मां के दरबार में पहुंच गये. अपने मनोकामना की पूर्ति हेतु मां के चरणों में माथा टेका. इस अवसर पर आचार्य राजेश पांडेय और सुनील मिश्रा ने कहा कि नवरात्रि की पूजा श्रद्धा पूर्वक आराधना करने से मां दुर्गा प्रसन्न होकर सुख शांति प्रदान करती हैं. उन्होंने कहा कि जहां नारियों की पूजा होती है. वहां देवता निवास करते हैं. दुर्गा पूजा विशुद्ध रूप से नारी सम्मान का प्रतीक है. जय माता दी के उद्घोष हमारी महान संस्कृति को दर्शाता है. उधर मां भगवती के कर्णप्रिय गानों से सारा माहौल भक्तिमय हो गया है. शारदीय नवरात्र को लेकर मैनाटाड़ पुलिस अंचल अन्तर्गत सभी थानों के पुलिस पदाधिकारी व कर्मी चौकसी बरत रहे हैं. नौतन में शारदीय नवरात्र के पहले दिन सोमवार को अंचल क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में कुआरी कन्याओं ने कलश यात्रा निकाल दुर्गा पूजा को भक्ति मय माहौल बना दिया है. बाजे गाजे के साथ निकलीं कलश यात्रा में कन्याओं के अलावा महिलाओं ने बढचढकर भाग लिया. खडडा पंचायत के काली माई स्थान से निकलीं कलश यात्रा का नेतृत्व हृदयनारायण प्रसाद, रवि कुमार, मुनेशवर साह, अनिल कुशवाहा, विजय कुशवाहा, आदि कर रहे थे. जबकि पतहरी देवी स्थान से निकलीं कलश यात्रा का नेतृत्व विपिन साह, कृष्णा प्रसाद, रामेशवर प्रसाद, गामा पासवान, कुंजलही यादव टोली से निकलीं कलश यात्रा का नेतृत्व गोरख यादव, कृष्णा कुमार, मुकेश कुशवाहा, राजा बाबू, खडडा देवी स्थान से निकलीं कलश यात्रा का नेतृत्व भोला यादव, रामजी साह, शिवनाथ साह, दुर्गा साह, संजय सोनी, अवधेश प्रसाद आदि कर रहे थे. इधर नौतन के मंगलपुर गुदरिया, गहिरी, पूर्वी नौतन, पश्चिमी नौतन, नौतन हाई स्कूल, शयामपुर कोतराहा, झखरा, डबरिया, शिवराजपुर, आदि पंचायतों में भव्य कलश यात्रा निकलीं गयी. कलश यात्रा में शामिल भक्तों को जगह जगह शरबत पीला कर स्वागत किया गया. मौके पर, हृदयानंद सिंह, रामरतन चौधरी, पप्पू पटेल, मुखिया संघ के अध्यक्ष अनुपलाल यादव, मुखिया राजेन्द्र सिंह, राज हरण, राहुल कुमार, गिरीश भगत, अफरोज नैयर, आदि मौजूद रहे. गौनाहा में शरदीय नवरात्र को लेकर रविवार को सोनबरसा के आठ जगहों से जल शोभायात्रा निकली गई. जिसको लेकर जयकारों से पूरा माहौल गूंज उठा। यह जल शोभायात्रा मे 1111 कुंवारी कन्याओं ने महुई सोनबरसा नया टोला होते द्वारदह नदी पहुंचकर कलश भरकर पूजा स्थल पहुंची. नवयुवक संघ दुर्गा पूजा समिति द्वारा बताया गया कि ग्रामीणों के सहयोग से बलुआ बढ़ेरा महुई सोनबरसा बाजार पर पिछले 20 वर्षों से लगातार माता दुर्गा की पूजा आयोजित होते आ रही हैं. कलश जल शोभा यात्रा में महुई पंचायत के मुखिया सोहर चौधरी, पूर्व मुखिया जितेंद्र चौधरी, थारू महासंघ के अध्यक्ष ओजेंद्र कुमार शामिल रहे. वही मटियरिया थानाध्यक्ष राकेश कुमार और पुलिस बल जल शोभायात्रा की सुरक्षा में मौजूद रहे. बैरिया प्रखंड क्षेत्र सहित आसपास के इलाकों में नवरात्रि की धूम देखने को मिली. सोमवार को सिद्ध पीठ पटजिरवा माई स्थान पर सुबह से ही पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी। दुर्गा सप्तशती का पाठ करने वाले श्रद्धालु सुबह से ही मंदिर परिसर में मौजूद रहे. वहीं बैरिया, तुमकड़िया और फुलियाखाड समेत विभिन्न पूजा पंडालों से सैकड़ों कुमारी कन्याओं द्वारा कलश यात्रा निकाली गई. भक्तों ने मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की. मान्यता है कि शैलपुत्री की आराधना से घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है. नवरात्र के शुभारंभ को लेकर चौक-चौराहों और पूजा पंडालों के आसपास फलाहार के फलों की दुकानों पर भी चहल-पहल रही. पटजिरवा माई स्थान के पुजारी लाल बाबू मिश्रा ने बताया कि नवरात्र के दौरान जिलेभर से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं. नवरात्रि के नौ दिनों तक उपवास रखकर श्रद्धालु मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करेंगे. पूरे क्षेत्र में भक्ति और आस्था का माहौल बना हुआ है.

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