हमें स्वार्थी नहीं, परमार्थी बनाती है भारतीय संस्कृति: आरिफ मोहम्मद खां

बिहार के माननीय राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने कहा कि भारत की प्राचीन संस्कृति की निरंतरता आज भी इसलिए बनी हुई है, क्योंकि यह संस्कृति मनुष्य को केवल अपने हित तक सीमित नहीं रखती, बल्कि उसे परमार्थ और मानवता की राह पर चलना सिखाती है.

By SATISH KUMAR | December 14, 2025 6:36 PM

वरीय संवाददाता, बेतिया बिहार के माननीय राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने कहा कि भारत की प्राचीन संस्कृति की निरंतरता आज भी इसलिए बनी हुई है, क्योंकि यह संस्कृति मनुष्य को केवल अपने हित तक सीमित नहीं रखती, बल्कि उसे परमार्थ और मानवता की राह पर चलना सिखाती है. अर्थात हमे स्वार्थी नहीं, परमार्थी बनाती है. उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान समय में देश-दुनिया में ज्ञान और संस्कृति का पतन देखने को मिल रहा है. ऐसे दौर में संस्कार भारती द्वारा लोगों को उनके पुरातन संस्कारों और सांस्कृतिक मूल्यों से परिचित कराना एक सराहनीय प्रयास है. राज्यपाल श्री खां रविवार को नगर के प्रेक्षागृह में संस्कार भारती की ओर से आयोजित दो दिवसीय भोजपुरिया कला हाट के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे. करीब 25 मिनट के अपने संबोधन की शुरुआत उन्होंने संस्कृत श्लोक से की. आदि शंकराचार्य रचित निर्वाण षट्कम् का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि न मन हूं, न बुद्धि, न अहंकार और न ही चित्त… मैं तो चैतन्य और आनंदस्वरूप शिव हूं. उन्होंने कहा कि आत्मा शुद्ध, निराकार और शाश्वत सत्ता का बोध कराती है, जो शरीर, इंद्रियों और पंचतत्त्वों से परे है. राज्यपाल ने कहा कि दुनिया में अनेक प्रकार की संस्कृतियां हैं, जहां रंग, भाषा और पहचान के आधार पर प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिश होती है, जबकि भारतीय संस्कृति आत्मा से परिभाषित होती है. यही कारण है कि हमारी संस्कृति एकात्मता और समरसता का संदेश देती है. उन्होंने कहा कि किसी को भी किसी पत्थर को ठोकर मारने तक का अधिकार नहीं है, क्योंकि भारतीय दर्शन जीवन के प्रति करुणा और संवेदनशीलता सिखाता है. एक शिक्षक की तरह लोगों को आचरण का पाठ पढ़ाते हुए राज्यपाल ने कहा कि तपस्या का अर्थ केवल विशेष वस्त्र पहनकर पेड़ के नीचे बैठ जाना नहीं है. हमारी संस्कृति निरंतर ज्ञान अर्जन, अच्छे कर्म और आत्मविकास पर जोर देती है. हर दिन कुछ नया और अच्छा करने का प्रयास ही सच्ची साधना है. समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद सांसद डॉ संजय जायसवाल ने जिले की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चंपारण की धरती स्वतंत्रता आंदोलन की साक्षी रही है. किसानों के निमंत्रण पर महात्मा गांधी का यहां आगमन हुआ, जिससे चंपारण सत्याग्रह और आजादी की नींव पड़ी. उन्होंने बताया कि माता सीता की शरण स्थली भी इसी क्षेत्र में है, बुद्ध ने यहीं अपने वस्त्र त्यागे थे और ध्रुपद घराने की जड़ें बेतिया राज से जुड़ी हुई हैं. इसके पूर्व संस्कार भारती के जिलाध्यक्ष ज्ञानेंद्र शरण ने राज्यपाल समेत सभी आगत अतिथियों का स्वागत किया. स्वागत भाषण में श्री शरण ने चंपारण की पावन भूमि पर राज्यपाल का स्वागत करते हुए इसे गौरवशाली क्षण बताया. मंच पर प्रांत अध्यक्ष डॉ दिवाकर राय व संघ के रविशंकर मौजूद रहे. संचालन युवा साहित्यकार प्रशांत सौरभ ने किया. —————————– प्रदर्शनी का किया अवलोकन, की सराहना राज्यपाल ने ऑडिटोरियम परिसर में भोजपुरिया कला हाट में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया और थरूहट क्षेत्र की कलाकृतियों व पारंपरिक व्यंजनों की सराहना की. यहां चंपारण के विभिन्न क्षेत्रों थरुहट के हस्तशिल्प कला के साथ हीं साथ मधुबनी पेंटिंग, कलाश्रम के कलाकृति, थरुहट के जीविका समूह, आरोही कला केंद्र द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों का अवलोकन किया. इस दौरान थरुहट के कला कृति के लिए बाजार की आवश्यकता वहां के लोगो ने जतायी. जिसे बड़े गौर से सुनने के बाद उन्होंने आवश्यक पहल उठाने का आश्वासन दिया. ———————————– डॉ सुशील, डॉ हेदायतुल्लाह, कुंदन समेत 17 हुए सम्मानित राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कला, चिकित्सा समेत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले डेढ़ दर्जन लोगों को सम्मानित किया. इस दौरान सम्मानित होने वालों में रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष डॉ सुशील प्रसाद चौधरी, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में राज्यस्तरीय शल्य चिकित्सक डॉ हिदायतुल्लाह, चिकित्सा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान देनेवाले डॉ प्रमोद कुमार तिवारी, रोजगार पर शिक्षा के लिए अभिनव प्रयोग में योगदान के लिए कुंदन शांडिल्य समेत अन्य क्षेत्रों में बेहतर करने वाले पं चतुर्भूज मिश्र, शबा खानम समेत 17 सम्मानित हुए. ——————————- प्रभात खबर के वार्षिक पंचांग का किया लोकार्पण बेतिया: राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने कार्यक्रम के दौरान प्रभात खबर के वार्षिक पंचांग का लोकार्पण किया. पंचांग का लोकार्पण राज्यपाल द्वारा ऑडिटोरियम परिसर में किया गया. इस अवसर पर प्रभात खबर के जिला प्रभारी गणेश वर्मा भी मौजूद रहे. बताया गया कि यह वार्षिक पंचांग जल्द ही प्रभात खबर के पाठकों को अखबार के साथ निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा. पंचांग में तिथि, पर्व-त्योहार, व्रत, अवकाश सहित उपयोगी जानकारियों को शामिल किया गया है.

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