Bettaih : सांसद डॉ संजय जायसवाल से रंगदारी मामले का खुलासा, दो गिरफ्तार

पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ संजय जायसवाल से 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है.

By DIGVIJAY SINGH | October 26, 2025 9:58 PM

– 24 घंटे के भीतर पुलिस को मामले में मिली सफलता, पैसों की चाहत में मांगी थी रंगदारी – उतरवारी पोखरा के अशोक और जमादार टोला के विकास की हुई है गिरफ्तारी बेतिया . पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ संजय जायसवाल से 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार युवकों की पहचान कालीबाग थाना के उतरवारी पोखरा निवासी अशोक कुमार एवं जमादार टोला के विकास कुमार के रूप में हुई है. एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि गिरफ्तार दोनों युवक नए उम्र के हैं और नशे के आदी हैं. दोनों की कोई आपराधिक इतिहास नहीं है. पूछताछ में दोनों में स्वीकार किया है कि उन्हें अत्यधिक पैसों की चाहत थी. इस कारण दोनों ने रंगदारी मांगने की योजना बनाई थी. दोनों ने मिलकर सांसद से रंगदारी मांगने की साजिश रची और इस घटना को अंजाम दिया. एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि सांसद डॉ जायसवाल के शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. प्राथमिकी के आलोक में वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ शौर्य सुमन ने एसआईटी का गठन करते हुए मामले का त्वरित खुलासा का निर्देश दिया. एएसडीपीओ ने बताया कि पुलिस ने मोबाईल सर्विलांस के आधार पर एक आरोपी अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसी ने सांसद को फोन कर 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी. बाद में पुलिस ने अशोक की निशानदेही पर विकास कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस दोनों से विस्तृत पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस साजिश में और कोई व्यक्ति शामिल था या नहीं. फिलहाल दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है. बता दें कि सांसद से 10 करोड़ की रंगदारी की मांग की गई थी नहीं देने पर उनके इकलौते पुत्र की हत्या करने की चेतावनी दी गई थी. ———————– चोरी की मोबाइल से मांगी गई थी रंगदारी एसडीपीओ ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि रंगदारी मांगने के लिए जिस मोबाइल का इस्तेमाल किया गया था, उसका मालिक कोई और व्यक्ति है. जब मोबाइल के मालिक को पकड़कर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि तीन माह पहले उसका मोबाइल चोरी हो गया था. इसके बाद पुलिस ने मोबाइल का सीडीआर और आइएमइआई नंबर ट्रैक किया, जिससे एक नया नंबर सामने आया जो आरोपी अशोक कुमार के भाई के नाम पर था. इसी आधार पर पुलिस ने अशोक कुमार को गिरफ्तार किया. —————– सिमकार्ड को चबा कर सबूत मिटाने की कोशिश एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस ने आरोपी के पास से वह मोबाइल फोन बरामद कर लिया है, जिससे रंगदारी मांगी गई थी. हालांकि आरोपी ने सिम कार्ड को तोड़कर और चबा कर सबूत मिटाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे भी बरामद कर लिया है. इस टीम का नेतृत्व सदर एसडीपीओ विवेक दीप कर रहे थे, जिसमें डीआईओ की टीम, नगर थाना प्रभारी और कालीबाग थाना प्रभारी शामिल थे.

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