महादेवा पोखर में डूबने से किशोर की मौत, परिजनों में मचा कोहराम
थाना क्षेत्र के पवई गांव स्थित महादेवा पोखर में डूबने से 17 वर्षीय एक किशोर की मौत हो गयी. मृतक की पहचान भागलपुर जिला के बिहपुर ननकार गांव निवासी महादेव शर्मा का पुत्र इंद्रदेव कुमार के रूप में हुई है.
अमरपुर. थाना क्षेत्र के पवई गांव स्थित महादेवा पोखर में डूबने से 17 वर्षीय एक किशोर की मौत हो गयी. मृतक की पहचान भागलपुर जिला के बिहपुर ननकार गांव निवासी महादेव शर्मा का पुत्र इंद्रदेव कुमार के रूप में हुई है. मृतक बचपन से ही अमरपुर थाना क्षेत्र के पवईडीह गांव स्थित अपने नाना विजय मंडल के घर पर रहकर पढ़ाई करता था. वह मेढ़ियानाथ उच्च विद्यालय में 10वीं कक्षा का छात्र था. ग्रामीणों ने बताया कि इन्द्रदेव छठ पूजा को लेकर बुधवार को महादेवा पोखर पर घाट बनाने आया था. इसी दौरान अचानक किशोर का पैर फिसल गया और वह पोखर के गहरे पानी में डूब गया. पोखर के समीप मौजूद ग्रामीणों ने घटना की सूचना किशोर के परिजनों को देते हुए पोखर में किशोर की खोजबीन करने लगा. काफी मशक्कत के बाद किशोर को पोखर से बाहर निकालकर इलाज के लिए रेफरल अस्पताल अमरपुर लाया गया. जहां डॉ पंकज कुमार ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया, लेकिन परिजन चिकित्सक की बात मानने को तैयार नहीं हुए और किशोर के शव को लेकर शहर में अवस्थित प्राइवेट क्लिनिक आ गये. जहां चिकित्सक ने ऑक्सीजन नहीं रहने की बात कहकर मरीज को पुनः अस्पताल भेज दिया. अस्पताल पहुंचते ही मृतक के परिजन व ग्रामीणों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा करने लगे. हंगामा को देख अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी व डॉ दिप्ती सिन्हा ने मरीज के परिजनों की संतुष्टि के लिए मरीज की ईसीजी जांच की. जांच रिपोर्ट में मरीज का धड़कन बंद पाया गया. जांच रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सक ने मरीज को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद भी परिजन व ग्रामीण किसी भी बात को नहीं मानते हुए हंगामा करने लगे. इसके बाद घटना की जानकारी थाने में दी. जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष पंकज कुमार झा, दारोगा मुकेश कुमार व बिनोद कुमार बीएसएफ जवानों के साथ अस्पताल पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाते हुए शांत कराया. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमॉर्टम के लिए बांका भेज दिया. घटना के बाद मृतक की मां मनीषा देवी समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. ग्रामीणों ने बताया कि मृतक चार बहनों में इकलौता भाई था. मृतक बचपन से ही अपने नाना विजय मंडल के घर रहकर पढ़ाई करता था. ग्रामीणों ने बताया कि लघु जल संसाधन विभाग से दर्जनों पोखर की खुदाई की गयी है, लेकिन उनका समतलीकरण नहीं किया गया है. इस कारण सारे पोखर जानलेवा साबित हो रहा है. ग्रामीणों ने वरीय अधिकारियों से खुदाई किये गए पोखरों की समतलीकरण करने की मांग की है. घटना के बाद मृतक के मोहल्ले में मातमी सन्नाटा पसर गया है.
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