जिले में नौ प्रखंडों में ग्राम स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला होगी स्थापित
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के मृदा स्वास्थ्य एवं उर्वरता योजना अंतर्गत इसकी स्वीकृति दी गयी है
औरंगाबाद शहर. जिले के नौ प्रखंडों में ग्राम स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला की स्थापना की जायेगी. राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के मृदा स्वास्थ्य एवं उर्वरता योजना अंतर्गत इसकी स्वीकृति दी गयी है. किसानों को उनकी जमीन की उर्वरता की सटीक जानकारी और युवाओं को रोजगार का अवसर दिलाने के उद्देश्य से जिले के नौ प्रखंडों में ग्राम स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला की स्थापना होगी. जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने इस प्रयोगशाला के लिए 1.50 लाख रुपये की लागत निर्धारित की है. प्रयोगशाला की स्थापना से किसानों को घर-घर पर मिट्टी जांच की सुविधा मिलेगी, जिससे वे वैज्ञानिक तरीके से उर्वरक और फसलों का चयन कर सकेंगे. जिले के औरंगाबाद प्रखंड, बारूण, दाउदनगर, गोह, कुटुंबा, हसपुरा, नवीनगर, ओबरा और रफीगंज में एक-एक प्रयोगशाला की स्थापना की जायेगी. प्रयोगशाला के लिए स्वीकृत उपकरणों में रीजेंट्स एंड शेकर मशीन के साथ मिट्टी जांच मशीन (एक वर्ष के एएमसी सहित) तथा पीएच मीटर, कंडक्टविटी मीटर, इलेक्ट्रॉनिक बैलेंस, ग्लास वेयर, फिल्टर पेपर तथा अन्य लैब सामग्री शामिल है. ग्राम स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए आवश्यक अर्हतायें भी निर्धारित की गयी है. लाभार्थी की आयु 18 से 27 वर्ष के बीच होनी चाहिए. कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान व 10वीं पास होना आवश्यक है. आधार कार्ड, शैक्षणिक प्रमाणपत्र व निवास प्रमाणपत्र अनिवार्य रखा गया है. लाभार्थी के पास अपना स्वयं का परिसर अथवा कम से कम से चार वर्षों के लीज के साथ किराये का भवन होना चाहिए. चयनित लाभार्थी को प्रयोगशाला की स्थापना हेतु 100 प्रतिशत अनुदान राशि मिलेगी. इसके लिए 25 सितंबर तक आवेदन लिये जायेंगे. जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला से अधिक जानकारी के लिए संपर्क किया जा सकता है.
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