प्रोग्रेसिव शिक्षण संस्थान में तुलसी जयंती का हुआ आयोजन

इसमें वर्णित पंक्ति को अध्ययन कर अमल करने से सामाजिक कुरीतियां मिट जाएगी

By SUJIT KUMAR | August 13, 2025 6:53 PM

अंबा. अंबा के बभंडिह स्थित प्रोग्रेसिव शिक्षण संस्थान के प्रांगण में दो दिवसीय तुलसी जयंती समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यालय के प्राचार्य कुमारी शशि, संस्थापक वेद प्रकाश तिवारी, उप प्राचार्य जय मंगल सिंह, प्ले ग्रुप इंचार्ज रीता सिंह, कंचन सिन्हा, उमाशंकर सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर तथा गोस्वामी तुलसीदास के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य कुमारी शशि व संचालन जय मंगल सिंह ने किया. वक्ताओं ने कहा कि मानस धर्म ग्रंथ के साथ-साथ सामाजिक ग्रंथ भी है. इसमें वर्णित पंक्ति को अध्ययन कर अमल करने से सामाजिक कुरीतियां मिट जाएगी. संस्थापक ने कहा कि गोस्वामी जी का रामचरित मानस ऐसा महाकव्य है, जो अहंकार को समाप्त करते हुए मानव हृदय में भक्ति की निर्मल धारा प्रवाहित करता है. रामचरित्र मानस से पिता-पुत्र, भाई -बहन, मां- बेटा, गुरु शिष्य एवं समाज के सभी लोगों के साथ अनुशासन के साथ रहने की शिक्षा मिलती है. प्राचार्य ने कहा कि मानस में शब्दों की नहीं संबंधों की व्याख्या है. तुलसी की रचना यात्रा लोकहितकारी और सर्वकालीन धरोहर है. तुलसीदास जी की सर्वोत्कृष्ट रचना रामचरित मानस व्यक्ति को पशुत्व से ऊपर उठाकर दिव्यत्व को प्रदान करता है. तुलसीदास भाषा और शैली के विलक्षण पंडित थे. उनकी एक एक पंक्ति से जीवन जीने की शिक्षा मिलती है. शिक्षको ने कहा कि तुलसीदास जी कथ्य की सहजता और भाषा की बोधगम्यता के बल पर ही भगवान राम को पूजा की अलमारी से बाहर निकाल कर जन साधारण के बीच ला दिया. यही कारण है कि तुलसीदास हिंदी के बड़े लोकवादी कवि के रूप में जाने जाते हैं. डॉ देवेंद्र प्रसाद ने तुलसी के रचनाओं को लोक कल्याणकारी बताया. मौके पर विद्यालय के शिक्षक अशोक कुमार, अमित कुमार, प्रवीण कुमार, राहुल कुमार सिंह, मंजीत सिंह, गायत्री कुमारी, प्रिया सिंह, रीना देवी, संजना कुमारी, अंजली कुमारी आदि थे.

भाषण में किंशु व मानसी तथा प्रश्न मंच प्रतियोगिता में जुही व पीयूष रहे अव्वल

प्राचार्य ने बताया कि जयंती समारोह के दौरान कनीय वर्ग के भाषण और निबंध लेखन प्रतियोगिता का विषय हम श्री राम से क्या सीखें? और वरीय वर्ग का विषय हमें जीवन का मूल्य सिखाती है- रामचरित मानस रखा गया था. इस दौरान भाषण प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में क्रमशः किंशु व सीनियर वर्ग में मानसी तथा मंच प्रतियोगिता के कन्या वर्ग में जूही व वरीय वर्ग में पीयूष अव्वल रहे. भाषण प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में कृष्णा व दिव्यांश तथा सीनियर वर्ग में सुरभि व सुगंधा क्रमशः द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किये. प्रश्न मंच प्रतियोगिता के कनीय वर्ग में दिव्यांश व अमन दूसरे स्थान तथा अनुभव श्री व आर्यन तृतीय स्थान पर रहे. वरीय वर्ग में सुमित दूसरा स्थान तथा पीयूष व सुगंधा तृतीय स्थान प्राप्त किया. निबंध प्रतियोगिता के कनीय वर्ग में जुही,रौशनी, कृष्णा तथा वरीय वर्ग में मानसी, रौशन, पीयूष क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे. अनुभव श्री व कार्तिक सिन्हा द्वारा गीत संगीत की प्रस्तुति दी गई, जिसे दर्शकों ने खूब सराहना की.

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