उत्तर कोयल नहर में डूबे तीन भाई, दो की मौत
राजपुर गांव के बधार से गुजरी शिवपुर-सिकरिया पथ स्थित नहर के पुल के पास हुई घटना, तीनों भाई माली थाने के सिमरी धमनी गांव के रहनेवाले, फुआ के यहां आये थे घुमने, अंबा -नवीनगर पथ के तुरता मोड़ जाम रहने से घंटों तक आवागमन हुई बाधित
राजपुर गांव के बधार से गुजरी शिवपुर-सिकरिया पथ स्थित नहर के पुल के पास हुई घटना
तीनों भाई माली थाने के सिमरी धमनी गांव के रहनेवाले, फुआ के यहां आये थे घुमनेअंबा -नवीनगर पथ के तुरता मोड़ जाम रहने से घंटों तक आवागमन हुई बाधित
औरंगाबाद/कुटुंबा. उत्तर कोयल मुख्य नहर में डूबने से दो सगे भाईयों की मौत हो गयी, जबकि एक सबसे छोटा तीसरा भाई पीयूष को किसी तरह से बचा लिया गया. घटना शनिवार की सुबह छह बजे कुटुंबा थाना क्षेत्र के राजपुर गांव के बधार से गुजरी शिवपुर-सिकरिया पथ स्थित नहर के पुल के समीप की है. हालांकि, इसका प्रखंड क्षेत्र नवीनगर के रामपुर पंचायत पड़ता है. मृतकों में माली थाना क्षेत्र के सिमरी धमनी गांव निवासी राजेंद्र विश्वकर्मा के 21 वर्षीय पुत्र प्रिंस विश्वकर्मा व 16 वर्ष के पुत्र रिंशु विश्वकर्मा शामिल है. जानकारी के अनुसार तीनों भाई शुक्रवार को अपनी फुआ के यहां कुटुंबा थाना क्षेत्र के राजपुर गांव निवासी रामाशीष विश्वकर्मा के घर आये थे. शनिवार की सुबह तीनों मुख्य नहर की ओर घुमने गये थे. इसके साथ इसका एक फुफेरा भाई मिथिलेश विश्वकर्मा भी टहलने गया था. पीयूष उक्त पुल से तकरीबन 50 मीटर आगे बढ़कर नहर में पैर धोने लगा, इसी क्रम में उसका पैर स्लिप कर गया जिससे वह गहरे पानी में चला गया. उसे डूबता देख उसका भाई रिंशु नहर में कूद गया और फुफेरे भाई के सहयोग से उसे बचा लिया पर वह भी खुद डूबने लगा. रिंशु को डूबता देख उसका सबसे बड़ा भाई प्रिंस भी आनन-फानन में नहर में कूद पड़ा, फिर रिंशु व प्रिंस दोनों नहर के पानी के तेज धार में बह गये. घटना की जानकारी मिलने के साथ ही वहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. ग्रामीणो ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी दी. सूचना पाकर कुटुंबा थानाध्यक्ष इमरान आलम के निर्देश पर एसआइ रविशंकर कुमार व उमेश कुमार दल-बल के साथ वहां पहुंच गये. पुलिस पदाधिकारियों ने घटना की सूचना कुटुंबा सीओ चंद्रप्रकाश को दी. सीओ ने मेन कैनाल के पानी डाउन कराने के लिए जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से संपर्क साधा. इसके साथ ही एनडीआरएफ की टीम को भी घटना की सूचना दी गयी. ग्रामीण ट्यूब के सहारे शव खोजने का प्रयास कर रहे हैं. इधर, नहर का पानी कम होने तथा एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने का इंतजार है. मृतक किशोर की मां अनिता देवी और उसके अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. उसके बुआ के दरवाजे पर कोहराम मचा हुआ है. इधर, पीयूष को अपने भाईयों को बिछड़ने का मलाल है.आक्रोशितों ने टायर जलाकर किया विरोध प्रदर्शन
नहर से दोनों किशोर के तत्काल शव बरामद नहीं होने पर धमनी, सिमरी व राजपुर गांव के लोगो का गुस्सा भड़क गया. ग्रामीणो ने अंबा-नवीनगर पथ के तुरता मोड़ स्थित सड़क जाम कर प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की. घंटों सड़क जाम रहने की स्थिति में दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी. आक्रोशित किसी की बात सुनने को तैयार नही थे और वे सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इधर, सड़क जाम की सूचना पर सीओ चंद्रप्रकाश, सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर अजय कुमार, थानाध्यक्ष इमरान आलम, पुलिस पदाधिकारी जय किशोर पासवान, प्रशांत कुमार त्रिवेदी, रविशंकर कुमार, कुंदन कुमार, महेंद्र पासवान, शमीम आलम, संतोष कुमार ठाकुर आदि पुलिस अफसर मौके पर पहुंच कर लोगो को समझाने बुझाने का प्रयास किया. वे किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे. त्वरित कार्रवाई के लिए अडिग थे. इधर, जदयू नेता संजीव कुमार सिंह व धमनी सिमरी पंचायत के पूर्व मुखिया रामाकांत पांडेय के पहल पर सड़क जाम छुड़ाकर आवागमन बहाल किया गया. संवाद प्रेषण तक शव को कोई सुराग नहीं मिला है.जल संसाधन विभाग रहा तत्पर
नहर से डूबे दोनो भाईयों के शव का बरामद करने के लिए जल संसाधन विभाग तत्पर है. चीफ इंजीनियर अर्जुन प्रसाद सिंह के निर्देश पर एसई गजेंद्र कुमार चौधरी, बराज के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर विनीत प्रकाश से लेकर नवीनगर के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर उमेश कुमार के साथ अन्य विभागीय अधिकारी व मौसमी मजदूर मुख्य नहर की ओर नजर बनाए हुए है. इधर, समाजसेवी श्याम जी पांडेय, चुनमुन सिंह, सत्येंद्र मेहता आदि दर्जनों लोग घटना स्थल पर पहुंचकर प्रशासन को सहयोग करने में जुटे है. विदित हो कि इस बार की श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कुटुंबा के लिए काला इतिहास प्रतीत हुआ है. स्थानीय बीडीओ मनोज कुमार के साथ दो किशोर की असामयिक मौत हो गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
