गोह पशु अस्पताल में स्थायी चिकित्सक नहीं, अतिरिक्त प्रभार से चल रहा काम

हरिगांव में पदस्थापित डाॅक्टर तीन दिन बैठते हैं गोह में

By SUJIT KUMAR | September 12, 2025 4:46 PM

हरिगांव में पदस्थापित डाॅक्टर तीन दिन बैठते हैं गोह में

गोह. प्रखंड मुख्यालय स्थित गोह पशु चिकित्सालय वर्षों से बिना स्थायी चिकित्सक के ही संचालित हो रहा है. यहां की व्यवस्था हरिगांव में पदस्थापित चिकित्सक नवल किशोर सिन्हा के सहारे चल रही है. वे सप्ताह में तीन दिन गोह अस्पताल में बैठते हैं, जबकि शेष तीन दिन हरिगांव अस्पताल में अपनी सेवा देते हैं. इस वजह से पशुपालकों को हर दिन सुविधा नहीं मिल पाती. वर्तमान में नवल किशोर सिन्हा को हरिगांव अस्पताल में पदस्थापित किया गया है, लेकिन गोह प्रखंड मुख्यालय का अस्पताल बंद न हो, इसके लिए उन्हें तीन-तीन दिन के लिए यहां शिफ्ट निर्धारित किया गया है. सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को वे हरिगांव अस्पताल में रहते हैं. मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को गोह अस्पताल में बैठते हैं.

प्रखंड में पांच अस्पताल, देवकुंड किराये के भवन में

गोह प्रखंड में कुल पांच पशु चिकित्सालय हैं. इनमें गोह, हरिगांव, देवहरा, रुकुंदी व देवकुंड शामिल हैं. चार अस्पताल अपने भवन में चल रहे हैं, जबकि देवकुंड अस्पताल किराये के भवन में संचालित है. देवकुंड अस्पताल में डॉ राजीव रंजन रवि, देवहरा में डॉ रविरंजन कुमार, रुकुंदी में डॉ अरविंद कुमार, हरिगांव व गोह में डॉ नवल किशोर सिन्हा की जिम्मेदारी है.

चलंत अस्पताल से राहत

पशुधन सहायक घनश्याम सिंह ने बताया कि चलंत पशु चिकित्सालय की वजह से आपातकालीन सेवाएं गांव-गांव तक पहुंच रही हैं. बबलू कुमार शर्मा, डॉ अनुराग कुमार कश्यप और परिचारी सुनील कुमार सिंह की टीम भी नियमित रूप से सेवा दे रही है. पशुपालकों का कहना है कि गोह प्रखंड मुख्यालय होने के बावजूद यहां स्थायी चिकित्सक न होना बड़ी समस्या है. रोजाना इलाज और परामर्श की जरूरत होती है, लेकिन तीन दिन ही डॉक्टर मिलने से दिक्कत बढ़ जाती है. ग्रामीणों ने सरकार से गोह अस्पताल में स्थायी पशु चिकित्सक की नियुक्ति की मांग की है.

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