छात्र-छात्राओ में छिपी है अद्भूत प्रतिभा : इस्लाम
दाउदनगर कॉलेज में हुआ रैंबलिंग टैलेंट कार्यक्रम का समापन
दाउदनगर कॉलेज में हुआ रैंबलिंग टैलेंट कार्यक्रम का समापन दाउदनगर. दाउदनगर महाविद्यालय में पिछले तीन दिनों से चल रहा रैम्बलिंग टैलेंट ऑफ दाउदनगर कॉलेज कार्यक्रम का समापन हो गया. यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो डॉ एमएस इस्लाम के दिशा-निर्देशन में हुआ. कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रधानाचार्य ने कहा कि दाउदनगर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओ में अद्भूत प्रतिभा छिपी हुई है. महाविद्यालय सभी छात्र-छात्राओं से अपनी प्रतिभा का निखारने का अवसर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से दे रहा है. कार्यक्रम के संयोजक डॉ सुमन शेखर ने कहा कि दाउदनगर कॉलेज में ऐसे कार्यक्रमों द्वारा नवीन प्रयोग किया जा रहा है. इन प्रयोगों द्वारा महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं की प्रतिभा को न केवल निखारा जा रहा है, बल्कि भविष्य की नयी पौध तैयार किया जा रहा है. पीआरओ डॉ देव प्रकाश ने बताया कि इस कार्यक्रम के प्रथम दिन ट्रेजर हण्ट एवं प्रश्न मंच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. ट्रेजर हण्ट में पांच टीम थे, जिसमें टीम डेल्टा में ने विजय प्राप्त किया. प्रश्न मंच प्रतियोगिता में सात टीमें थी, जिसमें टीम बी जिसमें अंकित, लवकुश एवं सन्नी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. कार्यक्रम के दूसरे दिन भी दो प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी जिसमें रचनात्मक लेखन एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता थी. रचनात्मक लेखन में दस प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिसमें गुड़िया कुमारी ने प्रथम स्थान, अंकित कुमार ने द्वितीय स्थान तथा लवकुश ने तृतीय स्थान हासिल किया.वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन तीन राउण्ड ने हुआ. प्रथम राउंड व्यक्तिगत राउंड था, जिसका विषय था-ऑनलाइन शिक्षा पारंपरिक शिक्षा पद्धति से बेहतर है. दूसरा राउण्ड टीम बेस्ड आधारित था, जिसमें चार टीमों ने हिस्सा लिया था, जिसका विषय था- उच्च शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान प्राप्ति है या रोजगार. इस राउंड से दो टीमों ने फाइनल राउण्ड में जगह बनायी. फाइनल राउण्ड का विषय था- अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा भारतीय संस्कृति के लिए हानिकारक है. इस राउण्ड में गुड़िया एवं सौम्या राज ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा द्वितीय स्थान अंकित एवं आरती ने हासिल किया.कार्यक्रम का समापन तिसरे दिन हुआ, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस दौरान सामूहिक नृत्य का आयोजन किया गया. सामूहिक नृत्य का आरंभ महिषापुर मर्दिनी के साथ हुआ.इसके बाद मैथली नृत्य झिझिया एवं राम आयेंगे नृत्य से वातावरण को भक्तिमय बना दिया. अंतिम कार्यक्रम भारतीय सभ्यता और संस्कृति की रंगा-रंग झांकी प्रस्तुत की गई, जिसमें इस शानदार प्रस्तुति का विषय था-विविधता में एकता जिसमें काश्मीर से कन्याकुमारी एवं असम एवं गुजरात तक की विविध एवं समृद्ध संस्कृति का सजीव चित्रण किया गया.मौके पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी एवं बड़ी संस्था में छात्र-छात्राएं मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
