पटना के पाल होटल की आग में ओबरा के पुलिस जवान की झुलसकर हुई मौत

हाथ में बनाये गये मां की टैटू से हुई है.

By Prabhat Khabar | April 27, 2024 11:07 PM

ओबरा. गुरुवार की सुबह पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड स्थित पाल होटल में हुई अगलगी की घटना में ओबरा के एक जवान की मौत हो गयी है. मृतक की पहचान महुआंव गांव निवासी व झारखंड में पदस्थापित इंडियन रिजर्व बटालियन के 24 वर्षीय जवान तेजप्रताप उर्फ प्रशांत कुमार उर्फ बब्लू के रूप में हुई है. मृतक की पहचान उसके हाथ में बनाये गये मां की टैटू से हुई है. मृतक जवान झारखंड के गिरिडीह में इंडियन रिजर्व बटालियन में प्रतिनियुक्त था. 24 अप्रैल को वह ड्यूटी से छुट्टी लेकर पटना अपनी बहन के पास आया था. लेकिन वह बहन के पास न जाकर पटना शहर में ही कहीं रुक गया था. 25 अप्रैल की सुबह में वह नाश्ता करने के लिए पाल होटल में गया था. इसी दौरान वहां अगलगी की घटना हो गयी, जिसमें झुलस कर उसकी मौत हो गयी. मृतक के पिता हर्षदेव प्रसाद सिंह ने बताया कि गांव में नये घर का निर्माण हो रहा है. उसमें फर्नीचर से संबंधित कुछ सामानों की खरीदारी की जानी थी. इसी को लेकर उनका बेटा छुट्टी लेकर पटना गया था. घटना से पहले उसने अपनी बड़ी बहन अंजलि कुमारी जो पटना में ही पीएमसीएच में जीएनएम के पद पर कार्यरत है से मोबाइल पर बात की थी और दोपहर में साथ चलकर बाजार करने की बात कही थी. इसी दौरान होटल में अगलगी की घटना हो गयी और उसकी झुलसने से मौत हो गयी. हालांकि, घटना की जानकारी परिजनों को नहीं थी. जब काफी देर तक बहन के मोबाइल पर कॉल नहीं आया और मृतक के मोबाइल पर कॉल नहीं लग रहा था, तो उसकी बहन ने अपने गांव पर परिवार से संपर्क किया. पूछा कि तेज प्रताप का फोन आया है क्या, लेकिन परिजनों द्वारा भी बताया गया कि उसका कोई कॉल नहीं आया है. इसके बाद से परिवार के लोग सशंकित हो गये और उसके बारे में जानकारी लेने लगे. लेकिन, तभी होटल में अगलगी घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद उसकी बहन अंजली पीएमसीएच में अगलगी की घटना में झुलसे लोगों को देखने पहुंची. वहां उसके भाई के बारे में किसी तरह की कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई. इसी दौरान पटना पुलिस द्वारा मृतक की पहचान के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट डाला गया. उसी पोस्ट के आधार पर अंजलि कुमारी पोस्टमार्टम हाउस पहुंची और शव की पहचान अपने भाई के रूप में की. बहन की शादी की तैयारी में लगा था भाई ओबरा प्रखंड के महुआंव गांव निवासी व पंचायत के सरपंच मंजू देवी के घर का चिराग पाल होटल की आग में बुझ गया. मृतक तेजप्रताप सरपंच मंजू देवी तथा किसान हर्षदेव सिंह का एकलौता पुत्र था. उसकी दो बहन है, लेकिन बेटे की मौत के बाद से मां तथा पिता दोनों गहरे सदमे में है. रोते -रोते मां बेहोश हो जा रही है तो वहीं पिता बेसुध हो गये हैं. पिता ने बताया कि लोकसभा चुनाव के कारण उनके बेटे को छुट्टी नहीं मिल रही थी. घर में बड़ी बेटी अंजलि की शादी की तैयारी हो रही थी, जिसको लेकर छेका होना था. छुट्टी नहीं मिलने के कारण कार्यक्रम का डेट आगे बढ़ा दिया गया था. 23 अप्रैल को बेटे से फोन पर बातचीत हुई थी. उसने कहा था कि दो दिन के लिए वह घर आ रहा हैं, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था. बेटे की मौत से परिवार के लोग पूरी तरह टूट चुके हैं. मां सरपंच मंजू देवी ने कहा कि अब वह किसके भरोसे अपना जीवन यापन करेगी. घर का कोना-कोना काटने दौड़ रहा है. इधर, घटना के बाद से आसपास के लोग लगातार जवान के घर पहुंच कर परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं. पूर्व मुखिया चंद्रशेखर सिंह, पप्पु शार्मा ने बताया कि गांव में यह हृदय विदारक घटना है. इस घटना से हर कोई मर्माहत है. मृतक का व्यवहार काफी मृदुभाषी था. वह जब भी गांव आता तो अपने इष्ट मित्र तथा गांव लोगों से मिलजुल कर रहा करता था. वह सामाजिक कार्यों में भी अपनी भागीदारी निभाता था.

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