आज सम्मानित होंगे खिलाड़ी और खेल प्रेमी
राष्ट्रीय खेल दिवस पर इनडोर स्टेडियम में दो दिवसीय खेल महोत्सव का हुआ शुभारंभ
राष्ट्रीय खेल दिवस पर इनडोर स्टेडियम में दो दिवसीय खेल महोत्सव का हुआ शुभारंभ
औरंगाबाद नगर. जनेश्वर विकास केंद्र, महोत्सव परिवार व खेल कौशल के संयुक्त तत्वावधान में शहर के इनडोर स्टेडियम में हॉकी के जादूगर भारत रत्न मेजर ध्यानचंद की जयंती व राष्ट्रीय खेल दिवस पर दो दिवसीय खेल महोत्सव आयोजित की गयी. खेल महोत्सव के पहले दिन पहले सत्र में बैडमिंटन प्रतियोगिता की शुरुआत हुई. खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल साहित्यकार डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्र, बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव अजीत चंद्रा, जनेश्वर विकास केंद्र के अध्यक्ष रामजी सिंह, कवि लवकुश प्रसाद, जिला कुश्ती संघ के सचिव उदय तिवारी, खेल कौशल के संयोजक वीरेंद्र सिंह, मालती सिंह, खेल कुश्ती शिक्षक विनोद कुमार, कला कौशल मंच के अध्यक्ष आदित्य श्रीवास्तव, सिद्धेश्वर विद्यार्थी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. सभी खिलाड़ियों ने अतिथियों से हाथ मिलाते हुए अभिवादन व स्वागत किया. बैडमिंटन प्रतियोगिता के प्रथम सत्र में नवीन कुमार विजेता रहे जबकि हुसैन उपविजेता रहे. डबल गेम में एमडी खान व शोएब की टीम विजेता रही. हुजैफा और फरहत की जोड़ी उप विजेता हुई. महिला टीम से मालती गुप्ता विजेता बनी, जबकि श्रुति गुप्ता उपविजेता हुई. खेल प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागी खिलाड़ियों और विभिन्न खेलों से जुड़े शहर के नामचिन खिलाड़ियों को 29 अगस्त को अधिवक्ता संघ सभागार में खेल रत्न सम्मान समारोह आयोजित कर सम्मानित किया जायेगा.खेल महोत्सव का उद्देश्य बच्चों व युवाओं को प्रेरित करना
सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने कहा कि खेल महोत्सव को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य बच्चों और युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित करना व मेजर ध्यानचंद जैसे महान खिलाड़ियों से सीख लेकर उनके जीवन में खेलभावना तथा अनुशासन को बनाना है. राष्ट्रीय खेल दिवस लोगों को शारीरिक फिटनेस, खेल और समग्र स्वास्थ्य के महत्व की याद दिलाता है. वक्ताओं ने कहा कि मेजर ध्यानचंद के उनकी खेल के प्रति समर्पण और उनके मेहनत को दर्शाता है और युवाओं का उदाहरण बनाता है कि किसी भी क्षेत्र में आप अपने लगन और मेहनत के साथ काम करेंगे तो आप एक बहुत बड़े कामयाब इंसान बन सकते हैं. राष्ट्रीय खेल दिवस हमें एक संतुलित और स्वस्थ जीवन को बनाये रखने में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है. कार्यक्रम संयोजक ने कहा कि मेजर ध्यानचंद को अपने खेल के क्षेत्र में हॉकी का जादूगर कहा जाता था. उन्हें भारत रत्न भी दिया गया. हमारे देश में खेल जगत से जुड़े ऐसे कई खिलाड़ी उदाहरण है जिन्होंने खेल जगत में देश को पहचान दी. मौके पर खेल रेफरी अजय कुमार, नवीन कुमार, फैजल, गोलू, दीपक कुमार, सौरभ कुमार आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
