नहर में डूबकर लापता युवक का 11 दिन बाद भी नहीं मिला सुराग
घटना के दो-चार दिनों तक शव को ढूंढ़ने का प्रयास तेजी से किया जा रहा था, परंतु अब इस दिशा में प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है
अंबा. उत्तर कोयल मुख्य नहर में दो भाइयों को डूबने की घटना के 11 दिन बाद भी बड़े भाई 21 वर्षीय प्रिंस विश्वकर्मा का शव बरामद नहीं हो सका है. एक ही साथ दो भाइयों की मौत से परिजन रोते-रोते बेहाल हैं. हालांकि, घटना के दो-चार दिनों तक शव को ढूंढ़ने का प्रयास तेजी से किया जा रहा था, परंतु अब इस दिशा में प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है. ज्ञात हो कि नवीनगर प्रखंड अंतर्गत माली थाना क्षेत्र के सिमरी धमनी गांव निवासी राजेंद्र विश्वकर्मा के 21 वर्षीय पुत्र प्रिंस विश्वकर्मा अपने दो छोटे भाई 16 वर्षीय पीयूष कुमार व रिंशु विश्वकर्मा के साथ 15 अगस्त को अपने फूफा कुटुंबा थाना क्षेत्र के राजपुर गांव निवासी रामाशीष विश्वकर्मा के घर आया था. शनिवार की सुबह तीनों फुफेरा भाई मिथिलेश विश्वकर्मा के साथ मुख्य नहर की ओर घुमने गये थे. इस क्रम में पैर धोने के क्रम में सबसे छोटे भाई रिशु फिसल कर नहर में चला गया. उसे डूबता देख उसका भाई पीयूष भी नहर में कूद गया और फूफेरे भाई के सहयोग से छोटे भाई रिशु को बचा लिया, पर वह भी खुद डूबने लगा. पीयूष को डूबता देख बड़ा भाई प्रिंस भी आनन-फानन में नहर में कूद पड़ा. पानी की धार तेज होने के कारण पीयूष व प्रिंस दोनो नहर के पानी की तेज धार में बह गये. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों एवं पुलिस प्रशासन द्वारा द्वारा उन्हें खोजने का भरपूर प्रयास किया गया, परंतु दोनों भाई को नहीं बचाया जा सका. घटना के 24 घंटे बाद 17 अगस्त यानी रविवार की सुबह 6:30 बजे पीयुष का शव कासिमपुर पुल के समीप नहर से बरामद हुआ था, परंतु प्रिंस का शव घटना के 11 वें दिन भी बरामद नहीं किया जा सका है. इस बीच एसडीआरएफ की टीम ने भी खोजबीन करने का प्रयास किया. परंतु सफलता नहीं मिली. मामले में मृतक के चाचा नवीनगर प्रखंड अंतर्गत माली थाना क्षेत्र के सिमरी धमनी गांव निवासी धर्मेंद्र विश्वकर्मा ने कुटुंबा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
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