Aurangabad News : बधार में निकले युवक की करेंट से मौत
Aurangabad News: घेउरा गांव की है घटना, दो दिन पहले हरियाणा से घर लौटा था मजदूर
औरंगाबाद/कुटुंबा. रिसियप थाना क्षेत्र के घेउरा गांव के बधार में शौच करने गये एक युवक की बिजली करेंट की चपेट में आने से मौत हो गयी. घटना शुक्रवार की रात की है. मृतक 25 वर्षीय उमेश पासवान उक्त गांव निवासी जयराम पासवान का सबसे छोटा पुत्र था. वह रात में अपने घर के पीछे शौच के लिए खुले मैदान में गया था. उसी जगह पर बधार में बिजली का हाइ टेंशन तार टूटकर गिरा था. रात के अंधेरे में वह तार नहीं देख सका. अचानक करेंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से उसकी मौत हो गयी. इधर, काफी देर बीतने के बाद भी जब युवक घर लौटकर नहीं आया, तो परिजन उसे खोजते हुए बाहर निकले. इसी क्रम में घर वाले जब बधार की ओर पहुंचे तो उसे अचेतावस्था में गिरा हुआ देखा. मौके पर पहुंचे लोगो ने किसी तरह से बांस से तार को उसके शरीर से अलग हटाया. स्वजन युवक को जीवित समझ कर आनन-फानन में उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गये. वहां, ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ अरुण कुमार ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पर नगर थाने की पुलिस वहां पहुंची व शव को कब्जे में लेते हुए पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. शनिवार की सुबह ग्रामीण जैसे ही युवक का शव लेकर मृतक घर पहुंचे परिजनों में कोहराम मच गया. जानकारी के अनुसार उक्त युवक अत्यंत ही गरीब भूमिहीन व्यक्ति है. मजदूरी करने के परिजनों को भरण-पोषण कर रहा था.
हरियाणा में स्ट्राबेरी फार्म में मजदूरी करता था युवक
गांव वालों ने बताया कि मृतक हरियाणा में स्ट्राबेरी फार्म में दैनिक मजदूरी का काम करता था. दो दिन पहले वह हरियाणा से घर लौटा था. इस घटना से उसके परिजन बेसहारा हो गये है. उसके निधन के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. मृतक के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं. सबसे बड़ा बेटा करण पांच साल का है जबकि दो बेटियां हैं. एक छह माह की बेटी भी है. पति के मौत के बाद बच्चों की चिंता पत्नी रेशमी देवी को सता रही है. वह रोते-रोते बेहोश हो जा रही है. मृतक के चार भाई हैं पर सभी अलग-अलग रहते हैं. पिछले माह मृतक की पिता की मौत बीमारी से हो गयी है.शव वाहन मुहैया कराने में सक्षम नहीं हुआ स्वास्थ्य विभाग
मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद घर ले जाने के लिए परिजनों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से शव वाहन भी मुहैया नहीं कराया गया. घंटों इंतजार के बाद परिजन किसी तरह ट्रैक्टर से शव लेकर घर पहुंचे, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सुरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में शव वाहन का अभाव है. एक साथ दो लोगों की मौत होने के बाद एक मृतक के परिजन को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है. एक शव वाहन है, उसे बेढनी भेजा गया है. उक्त गांव के एक व्यक्ति को हर्ट अटैक से मौत हो गयी थी. परिजनों को इंतजार करने के लिए कहा गया था. इसके बावजूद वे अपनी गाड़ी में शव लेकर चले गये. इधर, मुखिया प्रतिनिधि जितेंद्र पासवान ने कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण मजदूर की मौत हुई है. आये दिन अक्सर जर्जर तार टूट कर गिरने से घटना हो रही हैं. उन्होंने मृतक के आश्रितों को संबधित विभाग से मुआवजा दिलाये जाने की मांग की है.क्या बोले बिजली विभाग के अफसर
बिजली विभाग के एग्जिक्यूटीव इंजीनियर अमोल कुमार ने बताया कि युवक की मौत की घटना अत्यंत हीं दुखद है. शव के अंत्येष्टि संस्कार करने के पश्चात उसके परिजन कार्यालय में आकर अधिकारी से मिलने का प्रयास करेगे. वस्तु स्थिति से अवगत होकर उनसे घटना से संबंधित लिखित आवेदन लिया जायेगा. इसके बाद मृतक के आश्रितों को सरकारी स्तर से उचित लाभ मिले इसके लिए, इसके लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
