तेज आवाज के साथ सीएनजी कार में विस्फोट के बाद लगी आग

अचानक आग के शोले में बदली कार, चालक ने समय रहते बचायी जान, हाइवे पर मची अफरा-तफरी

By SUJIT KUMAR | December 16, 2025 5:07 PM

अचानक आग के शोले में बदली कार, चालक ने समय रहते बचायी जान, हाइवे पर मची अफरा-तफरी

बारुण. मंगलवार को बारुण ब्लॉक मोड़ के समीप नेशनल हाइवे पर उस समय अफरा-तफरी मच गयी, जब एक चलती सीएनजी कार अचानक आग के शोले में बदल गयी. आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही पलों में पूरी कार लपटों से घिर गयी. गनीमत रही कि कार सवार युवक ने समय रहते अपनी जान बचा ली, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया. कार चालक रोहतास जिले के डेहरी निवासी रोहित सिंह ने बताया कि वह बारुण से अपनी सीएनजी कार से डेहरी की ओर जा रहे थे. जैसे ही उसकी कार बारुण ब्लॉक मोड़ के पास पहुंची, तभी अचानक कार के अंदर तेज आवाज के साथ ब्लास्ट हुआ. आवाज सुनते ही वह घबराकर तुरंत कार को सड़क किनारे खड़ा कर बाहर निकल गया. कुछ ही सेकेंड में कार से आग की लपटें उठने लगीं.

आग से कुछ देर प्रभावित रहा आवागमन

घटना के दौरान नेशनल हाइवे पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया. राहगीर और अन्य वाहन चालक रुक गये, जिससे सड़क पर यातायात बाधित हो गया. मौके पर मौजूद लोगों ने कार में आग लगने की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया. हालांकि, तब तक कार पूरी तरह जलकर क्षतिग्रस्त हो चुकी थी.

अज्ञात कारणों से लगी आग

आग लगने के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल सका है. हालांकि, आशंका जतायी जा रही है कि सीएनजी सिस्टम में तकनीकी खराबी या शॉर्ट सर्किट की वजह से यह घटना हुई. इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन यदि चालक समय रहते बाहर नहीं निकलता, तो एक बड़ा जानलेवा हादसा हो सकता था.

कितना सुरक्षित है सीएनजी कार, उठे सवाल

बारुण ब्लॉक मोड़ के समीप नेशनल हाइवे पर चलती सीएनजी कार में आग लगने की घटना के बाद एक बार फिर सीएनजी वाहनों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गये हैं. आमतौर पर सीएनजी कारों को पेट्रोल-डीजल वाहनों की तुलना में किफायती और पर्यावरण के अनुकूल माना जाता है, लेकिन इस तरह की घटनाएं लोगों की चिंता बढ़ा रही हैं.

सीएनजी फिटिंग की जांच जरूरी

विशेषज्ञों के अनुसार सीएनजी गैस अत्यधिक दबाव में सिलिंडर में भरी जाती है. यदि सिलिंडर, पाइपलाइन, वाल्व या रेगुलेटर में थोड़ी भी तकनीकी खराबी हो, तो गैस लीक होने की आशंका बढ़ जाती है. गैस लीक होने की स्थिति में चिंगारी या शॉर्ट सर्किट से आग लग सकती है. हालांकि, आधुनिक सीएनजी कारों में कई सेफ्टी फीचर लगाये जाते हैं, जिससे बड़े ब्लास्ट की संभावना कम रहती है. वाहन जानकारों का कहना है कि सीएनजी कारें पूरी तरह असुरक्षित नहीं हैं, लेकिन इनकी नियमित जांच और समय-समय पर सर्विस बेहद जरूरी है. खासकर सीएनजी किट, सिलिंडर की एक्सपायरी डेट, फिटिंग की गुणवत्ता और इलेक्ट्रिक वायरिंग की जांच न होने पर खतरा बढ़ सकता है. कई मामलों में स्थानीय स्तर पर कराई गई खराब फिटिंग भी हादसों की वजह बनती है.

लंबी दूरी के सफर पर भी सवाल

इस तरह की घटनाओं के बाद आम लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या सीएनजी कारें लंबी दूरी और हाइवे पर चलाने के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वाहन कंपनी के मानकों के अनुसार सीएनजी सिस्टम लगा हो, नियमित जांच होती रहे और चालक सतर्क रहे, तो सीएनजी कारें सुरक्षित मानी जा सकती हैं.

फिटनेस जांच सख्त करने की मांग

मनोज कुमार गुप्ता, अशोक यादव, सुरेश प्रसाद, मनीष कुमार, आदित्य कुमार सहित अन्य लोगों ने प्रशासन और परिवहन विभाग से मांग की है कि सीएनजी वाहनों की फिटनेस जांच को और सख्त किया जाये. साथ ही पेट्रोल पंपों और सीएनजी स्टेशनों पर भी सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन कराया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके.

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